महाराष्ट्र

महाविकास आघाडी की सभी पेडिंग सीटे विदर्भ की

कही कांग्रेस को रोकने शरद पवार व उद्धव ठाकरे की संयुक्त रणनीति तो नहीं?

मुंबई/दि.23- महाविकास आघाडी के सीटों के बंटवारे में पेंडिंग रहने वाली 17 सीटें विदर्भ क्षेत्र की रहने की जानकारी है. इन 17 सीटों पर कांगे्रस ने दावा किया है. जबकि इसमें से 6 सीटों पर उद्धव सेना अडी हुई है. वहीं 9 सीटों पर शरद पवार गुट वाली राकांपा ने अपने पास रोक रखा है. इसके अलावा कांग्रेस के पास रहने वाली एक सीट पर उद्धव सेना व शरद पवार गुट वाली राकांपा ऐसे दोनों घटक दलों ने दावा किया है और इन दोनों घटक दलों की दावों की वजह से एक सीट को कांग्रेस ने होल्ड पर रखा है. जिसके चलते अब यह संदेह जताया जा रहा है कि, कही विदर्भ क्षेत्र में कांग्रेस की गाडी को अडाने के लिए ही तो महाविकास आघाडी में शामिल अन्य दोनों घटक दलों की ओर से यह संयुक्त रणनीति तो अमल में नहीं लायी जा रही.
बता दें कि, जिन सीटों को लेकर महाविकास आघाडी में पेंच बना हुआ है. उनमें नागपुर जिले की पूर्व नागपुर, दक्षिण नागपुर, रामटेक, हिंगणा व उमरेड इन 5 सीटों का भी समावेश है. जिसमें से दक्षिण नागपुर व रामटेक की सीट को उद्धव सेना ने अपना पे्रस्टीज प्वॉईंट बना लिया है. सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले व उद्धव सेना के सांसद संजय राउत के बीच इन्हीं दो सीटों को लेकर बैठक के दौरान जमकर विवाद हुआ था. इसके अलावा नागपुर पूर्व की सीट पर दावा करते हुए शरद पवार गुट वाली राकांपा ने इसके बदले हिंगणा की सीट छोडने का प्रस्ताव दिया है और इसी पेंच के चलते उमरेड की सीट को अडाकर रखा गया है. इसके साथ ही गडचिरोली जिले में भी 3 सीटों पर निर्णय होना बाकी है. जिसमें से गडचिरोली व आरमोरी सीट पर उद्धव सेना द्वारा दावा किया गया है. जबकि अहेरी सीट सहित चंद्रपुर जिले की बल्लारशाह व चंद्रपुर सीट के लिए शरद पवार गुट वाली राकांपा का आग्रह है.
इसके अलावा वर्धा जिले की भी 4 सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है. जहां आर्वी व हिंगणघाट की सीट को शरद पवार गुट वाली राकांपा अपने हिस्से में रखना चाहती है. वहीं वर्धा जिले में कम से कम एक सीट खुद को मिलने हेतु उद्धव सेना प्रयासरत है. ऐसे में कांग्रेस नेताओं द्वारा इस बात को लेकर आपत्ति उठायी जा रही है कि, क्या गांधी जिला कहे जाते वर्धा जिले में कांग्रेस केवल एक सीट पर ही चुनाव लडेगी. उधर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का गृहक्षेत्र रहने वाले भंडारा व गोंदिया जिलों की सीटों को लेकर उद्धव सेना व शरद पवार गुट जमकर अडे हुए है. जिसके तहत उद्धव सेना भंडारा की सीट से अपना दावा छोडने के लिए तैयार नहीं है. वहीं गोंदिया जिले के मोरगांव-अर्जुनी व तिरोडा इन दो सीटों को शरद पवार गुट अपने कब्जे में रखना चाहता है. जिसके चलते इन सीटों को लेकर भी पेंच अब तक हल नहीं हुआ है.

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