मुंबई/दि. 18 – अफगानिस्तान में तनाव का देशभर में असर दिखाई दे रहा है. वहां तालिबान राज आने से यहां जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. देशभर में असर दिखाई देने के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे जैसे शहरों में भी इसका असर साफ दिखाई दे रहा है. मुंबई और पुणे जैसे शहरों में सूखा मेवा एकदम से महंगा हो गया है. कई लोग मुंबई के होलसेल मार्केट से अखरोट, बादाम और अन्य ड्राइ फ्रूट खरीदते हैं. लेकिन यहां होलसेल मार्केट में भी इनका भाव बहुत बढ़ गया है. क्योंकि ज्यादातर होलसेल मार्केट में सूखा मेवा अफगानिस्तान से भारत आता है.
अफगानिस्तान में तालिबान राज आने से पहले मुंबई में बादाम की कीमत 680 रुपए किलो थी. अब बादाम 1050 रुपए किलो हो गया है. इसके अलावा बाजार में काजू पिस्ता की कीमत भी बढ़ गई है. आने वाले दिनों में भाव और अधिक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. रिटेल बाजार में काजू का भाव 1200 से 1500 रुपए किलो हो गया है. पिस्ता का भाव 1400 रुपए किलो है. पेंड खजूर 300 रुपए से 500 रुपए किलो हो गया है.
-
पुणे में सूखा मेवा थोक बाजार में किस रेट में मिल रहा है?
पुणे के थोक बाजार में काला मोनक्का जो पहले 250 रुपए किलो था वो 350 रुपए हो गया. अंजीर की थोक बाजार में कीमत 600 रुपए से बढ़कर 800 रुपए हो गई है. खुबानी की कीमत 340 से बढ़ कर 380 रुपए किलो हो गई है. खजूर की कीमत में असामान्य उछाल आया है. खजूर 100 रुपए से बढ़कर 500 से 1000 रुपए किलो हो गया है. किशमिश तालिबान राज से पहले थोक मार्केट में जहां 280 रुपए किलो मिलती थी वो अब 600 रुपए किलो हो गई है.
-
बनावटी तरीके से बढ़ाए जा रहे हैं दाम
अफगानिस्तान में तालिबानी राज कायम होने के नाम पर कई जगह ड्राई फ्रूट की कीमतों में बनावटी तौर से भी बढ़ोत्तरी शुरू है. स्टॉक में पर्याप्त मात्रा में ड्राई फ्रूट होने के बावजूद कई जगहों पर रेट बढ़ा दिए गए हैं. हालांकि अगले कुछ दिनों में आम तौर पर 10 से 15 प्रतिशत तक कीमतों में वृद्धि होना निश्चित समझा जा रहा था, लेेकिन जिस तरह से अचानक कीमतों में उछाल आया है, वह बाजार के जानकारों की नजरों में कृत्रिम उछाल है. यानी अफगानिस्तान संकट के नाम कई जगहों पर कीमतें बढ़ा कर फायदा उठाया जा रहा है.