महाराष्ट्र

विदर्भ के पांच जिलोें के लिए महत्वाकांक्षी जल योजना

शिंदे व फडणवीस की बैठक में हुआ निर्णय

* वैनगंगा का अतिरिक्त पानी दिया जायेगा नलगंगा को
मुंबई/दि.8– वैनगंगा नदी में रहनेवाला अतिरिक्त पानी नलगंगा नदी के प्रवाह क्षेत्र में ले जाने हेतु एक महत्वाकांक्षी प्रकल्प को गति दी जायेगी. जिसके चलते अमरावती, अकोला, बुलडाणा, यवतमाल, वर्धा तथा नागपुर जिले की करीब पौणे चार लाख हेक्टेयर जमीन के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो पायेगी. साथ ही अमरावती व नागपुर विभाग में सूखे अकाल की स्थिति पर मात की जा सकेगी. इस बात के मद्देनजर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस प्रकल्प का प्रारूप तैयार करने को लेकर दिशानिर्देश जारी किये है. साथ ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस काम के लिए निधी का प्रावधान किये जाने की बात स्पष्ट की है.
* अपूर्ण प्रकल्पों को दी जायेगी गति
राज्य में 104 प्रकल्पों का काम शुरू किया गया था. जिसमें से 10 से 20 फीसद प्रकल्पों का काम अधूरा पडा है. इन प्रकल्पों के काम को तत्काल पूर्ण करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के साथ ही जरूरी निधी उपलब्ध कराने का भी निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है.
– कोल्हापुर व सांगली परिसर में आनेवाली बाढ का पानी मराठवाडा की ओर मोडने हेतु प्रकल्प को गति देने का निर्णय सीएम एकनाथ शिंदे व डेप्यूटी सीएम देवेंंद्र फडणवीस द्वारा गत रोज हुई बैठक में लिया गया है.
– वर्ष 2019 में आयी प्रलयंकारी बाढ के बाद कोल्हापुर व सांगली परिसर का पानी मराठवाडा की ओर मोडने की संकल्पना सामने आयी थी. जिसके लिए एक अध्ययन रिपोर्ट भी तैयार की गई थी.
– इस अध्ययन रिपोर्ट को विश्व बैंक द्वारा तत्वत: मान्यता दी गई है. इस प्रकल्प के तहत नहरों व भुमिगत पाईपलाईन के जरिये कोल्हापुर व सांगली क्षेत्र के पानी को मराठवाडा की ओर ले जाने की योजना है.
– कोल्हापुर व सांगली सहित पडौसी राज्य कर्नाटक के अधिकारपूर्ण पानी में किसी भी तरह की कटौती न करते हुए इस प्रकल्प के तहत केवल बाढ की स्थिति में अतिरिक्त पानी को मराठवाडा की ओर मोडा जायेगा.
– इसके अलावा समुद्र में जानेवाले पानी को गोदावरी नदी में ले जाकर छोडने की भी परियोजना है. वहीं गोदावरी नदी में अतिरिक्त रहनेवाले और बर्बाद होनेवाले पानी को मराठवाडा को देने पर भी विशेष प्राधान्य दिया जायेगा.

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