मुंबई/ दि. ११ – महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) सबसे अधिक फैला हुआ है. दिनोंदिन बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में राज्य में लॉकडाउन (Lockdown) लगाने संबंधी निर्णय लेने की भी चर्चाएं हो रही हैं. इस बीच राज्य में मानवता को शर्मसार करने वाली घटनाएं भी देखने को मिल रही हैं. ऐसी ही एक घटना महाराष्ट्र के धुले (Dhule) में हुई है, जिसमें प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है.
धुले में एक 70 साल के बुजुर्ग को पिछले दिनों कोरोना संक्रमण हो गया था. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार को वह अस्पताल से वापस घर आए थे. लेकिन उसी दिन ही घर पर उनकी मौत हो गई थी. इससे परिवार में शोक का माहौल व्याप्त हो गया.
पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी ओर से बुजुर्ग का शव गांव से ले जाने के लिए प्रशासन से एंबुलेंस की मांग की गई थी. लेकिन करीब दस घंटे इंतजार करने के बाद भी उन लोगों को एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई. उनका दावा है कि शनिवार को सुबह 11 बजे तक एंबुलेंस न मिलने पर गांव वालों की मदद से बुजुर्ग के शव को गांव के ही कचरे वाले वाहन से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया है.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हालात चिंताजनक बने हुए हैं. यहां शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55,411 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 33,43,951 पहुंच गई वहीं संक्रमण से एक दिन में 309 लोगों की मौत होने से कुल मृतक संख्या 57,638 हो गयी है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में इस समय 5,36,682 संक्रमितों का उपचार चल रहा है.
वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोविड-19 की चिंताजनक स्थिति के मद्देनजर लॉकडाउन लगाने के संकेत दिये और उन्होंने जीवन रक्षा तथा कोरोना वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ने के लिए सख्त पाबंदियां लगाने की बात कही.
धुले में एक 70 साल के बुजुर्ग को पिछले दिनों कोरोना संक्रमण हो गया था. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार को वह अस्पताल से वापस घर आए थे. लेकिन उसी दिन ही घर पर उनकी मौत हो गई थी. इससे परिवार में शोक का माहौल व्याप्त हो गया.
पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी ओर से बुजुर्ग का शव गांव से ले जाने के लिए प्रशासन से एंबुलेंस की मांग की गई थी. लेकिन करीब दस घंटे इंतजार करने के बाद भी उन लोगों को एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई. उनका दावा है कि शनिवार को सुबह 11 बजे तक एंबुलेंस न मिलने पर गांव वालों की मदद से बुजुर्ग के शव को गांव के ही कचरे वाले वाहन से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया है.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हालात चिंताजनक बने हुए हैं. यहां शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55,411 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 33,43,951 पहुंच गई वहीं संक्रमण से एक दिन में 309 लोगों की मौत होने से कुल मृतक संख्या 57,638 हो गयी है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में इस समय 5,36,682 संक्रमितों का उपचार चल रहा है.
वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोविड-19 की चिंताजनक स्थिति के मद्देनजर लॉकडाउन लगाने के संकेत दिये और उन्होंने जीवन रक्षा तथा कोरोना वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ने के लिए सख्त पाबंदियां लगाने की बात कही.