मुंबई/दि.16- कोविड संक्रमण काल का दौर कितना कठिन और चुनौतीपूर्ण था, इसका उल्लेख सीएम उध्दव ठाकरे ने सोमवार को किया, जब उनके हाथों मुंबई मनपा के आयुक्त इकबालसिंह चहल द्वारा लिखीत ‘कोविड वॉरियर’ पुस्तक का प्रकाशन सीएम उध्दव ठाकरे के हाथों हुआ. इस समय अपने विचार व्यक्त करते हुए सीएम उध्दव ठाकरे ने कहा कि, एक बार तो हालात इतने बिकट हो गये थे कि उनके सामने आयुक्त चहल रो पडे थे.
सीएम ठाकरे के मुताबिक एक साल पहले कोविड संक्रमण काल के दौरान कई भयानक खबरे आ रही थी. जिनमें सबसे प्रमुख खबर ऑक्सिजन की किल्लत को लेकर थी. उन्हें याद है कि, उन्हें एक दिन सुबह-सुबह आयुक्त चहल का फोन आया और हमेशा धीर-गंभीर रहनेवाले आयुक्त चहल उस दिन फोन पर ही फूट-फूटकर रोये और उन्होंने बताया कि, सर कल कल रात मेरे जीवन की सबसे भयानक रात थी. उस रात जो कुछ चल रहा था, वह मीडिया के जरिये हमारे कानों पर आ रहा था. किंतु जब चहल जैसे व्यक्ति की आंखों से आंसू छलक गये, तब उस रात की भयावहता का अंदाजा लगा. उस रात मुंबई में ऑक्सिजन के अभाव की वजह से कम से कम 150 लोगों की मौत हुई होती. किंतु समय पर चहल ने अपनी टीम के साथ मिलकर गंभीर स्थिति में रहनेवाले सभी मरीजों को अलग-अलग स्थानों पर शिफ्ट किया. जिसकी वजह से ऑक्सिजन के अभाव के चलते एक भी मरीज की मौत नहीं हुई. सीएम ठाकरे ने यह भी कहा कि, कोविड काल के दौरान की सभी जानकारियों का संकलन होना बेहद जरूरी है. क्योंकि यदि आगे चलकर 50 या 100 वर्ष बाद दोबारा कभी ऐसी स्थिति पैदा होती है, तो हमारी भावी पीढी के पास यह जानकारी उपलब्ध हो कि, इससे पहले महामारी के समय क्या कुछ घटित हुआ था.