महाराष्ट्र

‘अनिल देशमुख ने मेरी नियुक्ति के लिए मांगे 2 करोड़’

सचिन वाजे ने लगाए गंभीर आरोप

मुंबई / दि. ७ – राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अनिल देशमुख ने मेरी सेवा को फिर से बहाल करने के लिए मुझसे दो करोड़ रुपए मांगे थे. सचिन वाजे ने ये गंभीर आरोप लगाया है. सचिन वाजे ने इसकी जानकारी देते हुए एक पत्र लिखा है. इस पत्र में वाजे ने महाविकास आघाडी के दो मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बताया जा रहा है कि वाजे ने ये पत्र NIA की कस्टडी में रहते हुए अपने वकील के साथ बैठ कर लिखे हैं. तीन पन्ने के इस पत्र में सचिन वाजे का आरोप है कि जब वो निलंबित था तब अनिल देशमुख ने उसे फोन किया था और फिर से सेवा में बहाल करने के लिए उससे 2 करोड़ रुपए की मांग की थी.
इस पत्र में सचिन वाजे ने लिखा है कि अनिल देशमुख ने न सिर्फ उसे सर्विस में बनाए रखने के लिए 2 करोड़ रुपए मांगे थे साथ ही उसने सचिन वाजे से ये भी कहा था कि शरद पवार ने उन्हें वापस सस्पेंड करने के लिए कहा है. अगर वह 2 करोड़ रुपए देते हैं तो वह शरद पवार को मना लेंगे.
सचिन वाजे ने अपने पत्र में लिखा है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उससे 1650 बार से पैसे वसूलने के लिए कहा था. इस पत्र में वाजे ने पहली बार शिवसेना के मंत्री अनिल परब का नाम भी लिया है. सचिन वाजे ने कहा है कि बीएमसी के कॉन्ट्रैक्टर से पैसे वसूलने के लिए अनिल परब ने उससे कहा था. लेकिन सचिन वाजे का कहना है कि उसने यह काम करने से मना कर दिया था. इसके अलावा अनिल परब ने SBUT ट्रस्ट के एक मामले में भी 50 करोड़ की उगाही करने के लिए सचिन वाजे से कहा था.
सचिन वाजे का कहना है कि उसने इन तमाम बातों का जिक्र मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से किया था. परमबीर सिंह ने सचिन वाजे को ऐसे किसी भी वसूली में शामिल नहीं होने का आदेश दिया था. सचिन वाजे ने इस पत्र में कोर्ट को एड्रेस किया है. फिलहाल NIA की कस्टडी में लिखे गए इस पत्र की कोर्ट में सबमिट होने की पुष्टि नहीं हुई है. सचिन वाजे ने इससे पहले भी न्यायालय को पत्र लिखने की बात कही थी.
हालांकि सचिन वाजे के इन आरोपों को अनिल परब नसचिन गलत और बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि वाजे ने जो भी लेटर में लिखा है वह गलत है. परब ने कहा कि विरोधी पक्ष पहले से कह रहा था कि हम तीसरा विकेट लेंगे, यानी विपक्ष को पहले से जानकारी थी कि ऐसा लेटर सामने आने वाला है. उन्होंने आगे कहा कि ये मुख्यमंत्री और उनके करीबी व्यक्ति को बदनाम करने का विपक्ष का काम है और मैं किसी भी जांच एजेंसी के सामने जाने के लिए तैयार हूं.
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब का कहना है कि मैं बाला साहेब ठाकरे का शिव सैनिक हूं और हफ्तावसूली मेरा संस्कार नही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष वाले 2 दिन पहले से मेरा नाम लेकर कह रहे थे कि अनिल परब को इस्तीफा देना पड़ेगा यानी इन्हें सचिन वाजे के लेटर के बारे में जानकारी थी. मैं अपनी दोनों बेटियों की कसम खाकर कहता हूं कि मैंने किसी भी वसूली के लिए सचिन वाजे को नहीं बोला.

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