अनिल देशमुख का गृहमंत्री पद खतरे में !
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राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ले सकते है बडा निर्णय
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सचिन वझे के बचाव का प्रयास महंगा पड सकता है देशमुख पर
मुंबई/दि.15 – देश के अग्रणी उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरा वाहन मिलने और फिर इस वाहन मालिक का मृतदेह बरामद होने के मामले के संदर्भ में मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वझे को लेकर विपक्ष ने बजट सत्र के दौरान ठाकरे सरकार को जमकर घेरा था. उस समय गृहमंत्री अनिल देशमुख सहित सत्ताधारी दल के विधायकों ने सचिन वझे के बचाव में बयान दिये थे. वहीं अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सचिन वझे के खिलाफ कुछ सबूत मिले है. जिसके आधार पर एजेंसी ने सचिन वझे को अपनी हिरासत में लिया है. जिसका सीधा असर महाविकास आघाडी सरकार की छवि पर पडा है. ऐसे में राकांपा सुप्रीमो शरद पवार द्वारा ‘डैमेज कंट्रोल’ करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत पवार ने सोमवार की दोपहर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से मुलाकात की और अब संभावना जतायी जा रही है कि, गृहमंत्री अनिल देशमुख का मंत्री पद छिना जा सकता है.
जानकारी के मुताबिक सीएम उध्दव ठाकरे व राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच करीब आधा-पौन घंटा चर्चा हुई. जिसमें सचिन वझे सहित मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर भी बातचीत की गई. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत कुछ माह के दौरान सुशांतसिंह राजपुत से लेकर मनसुख हिरेन की आत्महत्या जैसे मामलों में गृहमंत्री अनिल देशमुख सरकार का पक्ष पूरी मजबूती के साथ रखने में असफल दिखाई दिये है और अधिवेशन काल के दौरान ही उनका कामकाज समाधानकारक नहीं रहा. ऐसे में अब उनका गृहमंत्री पद खतरे में बताया जा रहा है. वहीं जानकारी मिली है कि, अब गृहमंत्री पद के लिए अजीत पवार व जयंत पाटील के नामों को लेकर चर्चा की जा रही है. साथ ही संजय राठोड द्वारा इस्तीफा दिये जाने के बाद वनमंत्री पद भी रिक्त पडा है. जिसका प्रभार फिलहाल मुख्यमंत्री के पास है. ऐसे में मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर भी सरकार में प्रयास चल रहे है.