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* नगररचना विभाग के सहायक संचालक के हत्याकांड में हुई गिरफ्तारी के बाद जिले का भूखंड घोटाला चर्चा में
गढचिरोली/दि.10– नगर रचना विभाग के सहायक संचालक के हत्याकांड में हुई गिरफ्तारी के बाद जिले का भूखंड घोटाला चर्चा में है. ऐसे में शहर में करोडो रुपए का भूखंड घोटाला प्रकरण उजागर हुआ है. फर्जी सम्मती पत्र के आधार पर एनए परवाना हासिल कर भूखंड की परस्पर बिक्री कर जालसाजी करने के प्रकरण में बहन-भाई को 8 जुलाई को गढचिरोली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पकडे गए आरोपियों के नाम गढचिरोली निवासी जयश्री आनंद चंद्रिकापुरे और विशालकुमार चंद्रकांत निकोसे है. जबकि शिकायतकर्ता का नाम ठेकेदार नागनाथ किसनराव भुसारे है. ठेकेदार भुसारे की शिकायत के मुताबिक शहर के सोनापुर के सर्वे नं. 18/1 के 0.51.59 हेक्टर आर जमीन सुरेश नानाजी नैताम व अन्य किसानों से खरीदी का सौदा भुसारे सहित जयश्री चंद्रिकापुरे और विशाल निकोसे ने मिलकर किया था. इस जमीन की रजिस्ट्री के लिए पैसे कम पडने से बहन-भाई ने भुसारे और मनोज सूचक से मुलाकात कर फिलहाल रजिस्ट्री के लिए रकम देने और भाई-बहन को हिस्सेदार रखने का प्रस्ताव रखा. तब भुसारे और सूचक ने रजामंदी दे दी. भुसारे ने 24 लाख तथा सूचक ने 24 लाख 13 हजार रुपए ऐसे कुल 48 लाख 13 हजार रुपए उपलब्ध कर दिए. 23 अगस्त 2022 को दुय्यम निबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री की गई. 7/12 से मूल मालिक का नाम कम कर जयश्री चंद्रिकापुरे, विशालकुमार निकोसे, मनोज सूचक और नागनाथ भुसारे का नाम डाला गया. लेकिन बाद में बहन-भाई ने सम्मती न लेते हुए लेआऊट डालकर प्रति प्लॉट 40 लाख रुपए के मुताबिक बिक्री करना शुरु कर दिया. इसके लिए इन दोनों ने गढचिरोली मुख्याधिकारी के पास जमीन अकृषक करने के लिए भुसारे व सूचक के फर्जी सहमती पत्र प्रस्तुत कर नगररचना विभाग के पास प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आरोप रखा गया है. बंटवारा न करते हुए परस्पर भूखंड की बिक्री का करारनामा तैयार कर भुसारे, सूचक सहित भूखंडधारको से जालसाजी करने के शिकायत के आधार पर 4 जुलाई को जयश्री चंद्रिकापुरे और विशालकुमार निकोसे पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 465, 467, 468, 471, 420, 34 के तहत मामला दर्ज कर दोनो भाई-बहन को गिरफ्तार कर लिया. मामले की जांच पुलिस निरीक्षक अरुण फेगडे आगे कर रहे है.