राकांपा नेता नवाब मलिक को कोर्ट से और एक राहत
गारंटीदार प्रस्तुत करने अब एक माह की अवधि
मुंबई/दि.29- राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री नवाब मलिक को अदालत में एक और बडी राहत दी है. गांरटीदार प्रस्तुत करने के लिए उन्हें एक माह की अवधि बढाकर दी है. नवाब मलिक को स्वास्थ्य कारण से 14 अगस्त को जमानत मिली थी.
नवाब मलिक को जमानत मिलने के बाद वे राकांपा के किस गुट में जाएंगे, ऐसा प्रश्न निर्माण हुआ है. दोनों गुट के नेताओं ने अपने ही गुट में रहने का दावा किया है. ऐसा रहा तो भी अब तक नवाब मलिक ने अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की है. वास्तविक रुप से उन्हें कोर्ट ने मीडिया से बोलने इंकार किया है. दूसरी तरफ राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मलिक उनके साथ रहने की जानकारी कोल्हापुर की सभा में दी थी.
* दूसरी राहत मिली
राकांपा नेता नवाब मलिक को जमानत मिलने के बाद उनसे मुलाकात करने के लिए दोनों गुटों के नेताओं की कतार लगी थी. वास्तविक रुप से नवाब मलिक को कोर्ट में तबीयत खराब रहने से दो माह की जमानत दी है. ऐसे में आज उन्हें दूसरी राहत मिली है. गांरटीदार प्रस्तुत करने के लिए एक माह की अवधि दी गई है. मलिक की 14 अगस्त को वैद्यकीय जमानत पर रिहाई हुई है. 50 हजार नकद गारंटी पर अदालत में जमानत दी है तथा गारंटीदार प्रस्तुत करने के लिए अदालत ने मलिक को शुरुआत में दो सप्ताह का समय दिया था. अब यह समय बढाकर एक माह किया गया है.
* मलिक की बेटी ने अजीत पवार से की मुलाकात
राकांपा की खिंचतान अभी समाप्त नहीं हुई है. नवाब मलिक हाल ही में जेल से बाहर आएं है. पश्चात वह शरद पवार गुट में जाएंगे अथवा अजीत पवार के साथ जाएंगे इस बाबत अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है. इस कारण उनकी आगे की राजनीतिक भूमिका क्या रहेगी? इस ओर सभी का ध्यान केंद्रीत है. अब नवाब मलिक की बेटी सना मलिक यह मंत्रालय में अजीत पवार से मुलाकात करने पहुंचने से राजनीतिक गतिविधियों पर सभी का ध्यान केंद्रीत है.