अमरावती /दि. 26– भूमि अभिलेख विभाग भूमापन के लिए ऑनलाइन प्रणाली शुरू की है. इसे ई-नापजोख भी कहा जाता है. इसके जरिए जमीन नापजोख के लिए किसानों को घर से ही आवेदन करना संभवव होगा. अनेक बार जमीन की मालकी के कारण पर से होनेवाले विवाद इस प्रक्रिया के राण कम होनेवाले है.
भूमि अभिलेख विभाग में करें आवेदन
नापजोख के लिए किसानों को भूमि अभिलेख विभाग के तहसीलस्तरीय उपाधीक्षक कार्याळय के पास आवेदन करना पडेंगा.
* कागजपत्र क्या लगेंगे?
आवेदन, कोर्ट फीस, स्टैंप के साथ भूमापन शुल्क भरने बाबत चालान, गिनती के लिए भूमि का नक्शा, निकट के खातेदार का नाम व पता, 9.3, 9.4 का नक्शा.
* डिजिटल नक्शा मिलेगा
जमीन का डिजिटल 7/12 राज्य शासन द्वारा तैयार किया गया है. भूमापन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के साथ ही डिजिटल नक्शा भी मिलनेवाला है. इसके अलावा भूमि अथवा प्लॉट बाबत के अनेक कागजपत्र ऑनलाइन आसानी से मिलता है.
* गिनती के तीन प्रकार
– सादी गिनती – छह माह की कालावधि में की जाती है.
– तत्काल गिनती – तीन माह तक करनी पडती है.
– आतितत्काल – दो माह के भीतर की जाती है.
* ऐसे है गिनती के भाव
एक हेक्टेअर सादी गिनती के लिए एक हजार, तत्काल गिनती के लिए दो हजार तथा अतितत्काल गिनती के लिए तीन हजार रुपए निश्चित किए गए है.