नागपुर /दि.1- बीते अनेक वर्ष से प्रलंबित सरकारी नौकर भर्ती प्रक्रिया को शिंदे-फडणवीस सरकार ने रफ्तार दे दी हैं. आज मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हस्ते 1143 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं. कोरोना महामारी और मराठा आरक्षण संबंधित न्यायालयीन प्रकरण के कारण 2 साल भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई थी. इसके पहले भी मराठा आरक्षण के एसईबीसी और ईएसबीसी के 1064 उम्मीदवारों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त हुआ था. मंगलवार को हुई मंत्रिमंडल बैठक में सरकारी भर्ती की सतत समीक्षा करने का निर्णय किया गया. जिससे आज 1143 उम्मीदवारों को विविध विभागों में उनकी नियुक्ति के पत्र दिए जा रहे हैं.
महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग ने वर्ष 2019 में लोनीवी, जलसंपदा, मृद व जलसंधारण विभाग के गट-अ व गट-ब के पदों की भर्ती हेतु महाराष्ट्र वास्तुकला अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा के 1145 स्थानों हेतु विज्ञापन जारी किया था. उसी वर्ष जून में पूर्व परीक्षा तथा नवंबर में मुख्य परीक्षा ली गई थी. किंतु प्रत्यक्ष नियुक्ति प्रलंबित हुई.
चयन प्रक्रिया पूर्ण करने हुई लापरवाही से परीक्षा के इंटरव्यू हेतु पात्र उम्मीदवार स्वप्नील लोणकर ने जुलाई 2021 में निराशा से आत्महत्या कर ली थी. जिससे सरकार हडबडा गई. गत अक्तूबर 2021 से फरवरी 2022 तक इंटरव्यू पूर्ण किए गए. जून 2022 में परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित किया गया.
गत जून में परिणाम आने के बाद भी आगे प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई. जिससे अनेक प्रकार के आंदोलन हुए. भर्ती प्रक्रिया में अनेक मराठा युवा होने से मराठा क्रांतिमोर्चा ने सरकार पर दबाव डाला, आखिर आज 1143 स्थापत्य अभियंता की नियुक्ति की गई.