ववि परीक्षाओं में आरोग्य सेतू होगा अनिवार्य
मुंबई /दि.३ – देश के सभी विद्यापीठों में परीक्षा लेने हेतु सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मान्यता दिये जाने के बाद अब परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा निश्चित करने हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मार्गदर्शक सुचनाओं के संदर्भ में एक परिपत्रक जारी किया गया है है. जिसके अनुसार परीक्षा केंद्र पर जाते समय हर एक विद्यार्थि के पास आरोग्य सेतु एॅप रहना अनिवार्य रहेगा. हालांकि जिन विद्यार्थियों के पास स्मार्ट फोन नहीं है, उन्हें इस नियम से छूट मिलेगी.
इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर सभी विद्यार्थियों से सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन कराते हुए उन्हें मास्क व सैनिटाईजर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी शिक्षा संस्थाओं की होगी और परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करने से पहले हर एक विद्यार्थी को ४० से ६० सेकंड तक अपने हाथ धोने होंगे. इसके अलावा विद्यार्थियों से उनके स्वास्थ्य को लेकर स्वयं घोषणापत्र भी लिखवाया जायेगा. उपरोक्त जानकारी के साथ ही मंत्रालय द्वारा स्पष्ट किया गया कि, प्रतिबंधित क्षेत्र के विद्यार्थियों, कर्मचारियों व प्राध्यापकों को परीक्षा केंद्र पर ना बुलाया जाये. साथ ही यदि किसी विद्यार्थी को परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी कोई तकलीफ होती है, अथवा वह कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तो ऐसे विद्यार्थियों के लिए स्वतंत्र कक्ष आरक्षित रखा जाये.
महत्वपूर्ण निर्देश
- ज्यादा भीडभाड न हो, इस तरह से आसन व्यवस्था करनी होगी.
- जगह-जगह साबुन, सैनिटाईजर व मास्क की उपलब्धता जरूरी.
- सभी विद्यार्थियों ने अपने साथ पहचानपत्र के अलावा खुद का मास्क, पानी की बोतल व सैनिटाईजर रखना चाहिए.
- अनुशासन का पालन करने हेतु आवश्यक मनुष्यबल की उपलब्धता हो.
- विद्यार्थी संख्या के अनुसार पर्याप्त कक्षाएं उपलब्ध हो.
- संस्थाओं द्वारा आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराये जाने पर वाहनों का सैनिटाईजेशन किया जाये.
- परीक्षा केंद्रों पर थर्मल स्क्रिनिंग की सुविधा उपलब्ध करायी जाये.
- किसी विद्यार्थी में कोरोना के लक्षण पाये जाते है तो उसे नजदिकी स्वास्थ्य केंद्र से परीक्षा देने की सुविधा उपलब्ध करायी जाये.
- परीक्षा केंद्र में आने-जाने हेतु पर्याप्त पर्यायी रास्ते उपलब्ध हो.
- परीक्षा केंद्र में लगातार सैनिटाईजेशन किया जाये.
- परीक्षा केंद्र में पहुंचने के बाद किसी विद्यार्थी में संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर उसके लिये परीक्षा देने हेतु स्वतंत्र व्यवस्था की जाये.