जेल में बैठकर गवाहों को धमकाने वाला गिरफ्तार
चिट्ठी लिखकर अपने गुर्गो के जरिए दिलाता था धमकी
मुुंबई/दि.22 – हत्या के मामले में आर्थर रोड जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे कुख्यात अपराधी को आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस)ने गवाह को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम हरीश मांडवीकर है. मांडवीकर मुलाकात के लिए आनेवालों से चिट्ठी लिखकर अपनी पत्नी और गुर्गो तक संदेश पहुंचाता था. एटीएस ने साजिद इलेक्ट्रीक वाला नाम के उस आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है जो हरीश के साथ ही जेल में बंद था. साजिद से जुडे मामले में ही गवाह को धमकी दी जा रही थी.
दरअसल साजिद सहित सात आरोपियों को पुलिस ने साल 2015 में 155 किलो कच्चा और तैयार मेफेड्रान के साथ गिरफ्तार किया था. इस मामले में साजिद को अब तक जमानत नहीं मिली है. उसके खिलाफ एनडीपीएस कोर्ट में मुकदमा चला रहा है.
एक प्रमुख गवाह की लॉकडाउन के चलते गवाही नहीं हो पायी है. इस बीच मटका किंग सुरेश भगत की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे. मांडवीकर और साजिद के बीच आर्थरा रोड जेल में दोस्ती हो गई. इसके बाद साजिद ने मांडवीकर से मदद मांगी. मांडवीकर ने मुलाकात करने जेल में आने वाली अपनी पत्नी की मदद से सचिन कोलेकर नाम के अपने गुर्गे को चिट्ठी भिजवाई . जिसमें मुख्य गवाह को बार बार धमकी दी जाने लगी है.
गवाह से शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ अपराधिक साजिश रचने और धमकाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. छानबीन में खुलासा हुआ है कि जेल में बंद मांडवीकर अपनी पत्नी हेमलता और मुंंबई के गोरेगांव, मालाड,कांदीवली, बोरीवली जैसे इलाकों में फैले अपने गुर्गो के लिए मार्च महिने मेें लगातार पत्र भेज रहा था. मकोका के तहत जेल में बंद सजायाफ्ता और 13 मामलों आरोपी मांडवीकर कैसे इतनी आसानी से चिट्ठियां जेल के बाहर पहुंचा रहा था. एटीएस इसकी छानबीन कर रही है.