दवा दुकान में रखना होगा कोरोना जांच कीट खरीदने वालों का लेखाजोखा
रैपिड एंटीजन व होम टेस्ट कीट के लिए हुई गाइडलाइन जारी
* अप तक हिसाब की नहीं थी कोई व्यवस्था
नागपुर/ दि.15– कोरोना की तीसरी लहर तेजी से फैल रही है. पहली लहर में भाप की मशीन की बिक्री बहुत थी, तो दूसरी लहर में पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि की डिमांड थी. अब तीसरी लहर के बाद मेडिकल स्टोर्स में कोरोना सेल्फ टेस्टिंग किट की जमकर बिक्री हो रही है. हर रोज शहर में 2 हजार से अधिक सेल्फ टेस्टिंग किट बिक रही है. किट की बिक्री का मेडिकल स्टोर्स के संचालकों के पास कोई डाटा नहीं था.
इस पर नियंत्रण रखने के लिए अन्न व औषधि विभाग ने मेडिकल स्टोर्स के लिए दिशा निर्देश जारी किए है. जिसमें मेडिकल स्टोर्स को किट खरीदने वाले की पूरी जानकारी अन्न व औषधि विभाग को देनी चाहिए. जिसमें किट खरीदने वाले का नाम, पता, मोबाइल नंबर, बेची गई किट का विवरण लेना आवश्यक है. साथ ही इस अभिलेख की एक प्रति अपने क्षेत्र के संबंधित चिकित्सा अधिकारी को भी उपलब्ध करानी होगी.
* क्यों जरुरी है मॉनिटरिंग
कोई भी ग्राहक अपनी मर्जी से जाकर किट खरीद रहा है. ऐसे में अगर कोई मरीज पॉजीटिव आता भी है तो उसकी जानकारी प्रशासन के पास नहीं पहुंच रही है. जिससे पॉजीटिव मरीजों के सही आंकडे सामने नहीं आ पा रहे थे.
* स्वास्थ्य अधिकारी को देनी होगी जानकारी
किट की खरीदी करने वाले ग्राहकों को भी सूचित किया गया है कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव आता है तो उसकी जानकारी तुरंत ही संबंधित कार्यक्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारी को देनी होगी.
मॉनिटरिंग होनी जरुरी
सेल्फ टेस्टिंग किट आनलाइन भी उपलब्ध है. किट की होम डिलीवरी भी की जा रही है. ऐसे में ऑनलाइन नियंत्रण के लिए भी प्रशासन को कदम उठाने चाहिए. ऑनलाइन की बिक्री मे कोई भी पाबंदी नहीं है. दो दिन में किट की होम डिलेवरी हो रही है. जिस तरह मेडिकल स्टोर्स के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए है. इसी तरह ऑनलाइन किट की बिक्री पर भी मॉनिटरिंग होनी चाहिए.
– हेतल ठक्कर, सचिव, ड्रगिस्ट एंड केमिस्ट एसो.
प्रशासन के पास नहीं कोई रिकॉर्ड : मेडिकल स्टोर्स से बिकने वाली किट के लिए अन्न व औषधि विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए. लेकिन सेल्फ टेस्टिंग किट ऑनलाइन धडल्ले से बिक रही है. इस पर नियंत्रण रखने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. ऑनलाइन शॉपिंग का दौर है. ऐसे में टेस्ट करने वाले ऑनलाइन किट भी मंगवा रहे है जिसका कोई रिकॉर्ड प्रशासन के पास नहीं है. प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में हर रोज 1 हजार ऑनलाइन किट की बिक्री हो रही है.Kit