अकोला/दि.1– विधानसभा में राज्य का बजट पेश होने के अगले ही दिन कपास के दामों में अच्छी खासी तेजी देखी जा रही है. विगत बुधवार को अकोला जिले की अकोट कृषि उत्पन्न बाजार समिति अंतर्गत आने वाले चोहट्टा बाजार में कपास को 8 हजार 225 रुपए प्रति क्विंटल के दाम मिले. यह राज्य में कपास को मिलने वाला सर्वाधिक दाम रहा. जिससे अकोला जिले के कपास उत्पादक किसानों को अच्छी खासी राहत मिली है.
* कपास के दामों में सुधार का संकेत
खरीफ सीजन के दौरान पूरे देश में कपास का बुआई क्षेत्र घटा है. साथ ही मौसम में हुए बदलाव का भी फसल पर असर पडा है. इसके अलावा मानसून पश्चात हुई बारिश के चलते कपास की गुणवत्ता प्रभावित हुई और गुलाबी इल्ली के प्रादुर्भाव की वजह से अच्छी कपास मिलना कठिन हो गया है. जिसके परिणाम स्वरुप कपास की उपलब्धता कम है. जिसके चलते मार्च माह में कपास के दामों में सुधार होने की संभावना जताई जा रही है. इस दौरान कपास के दाम में 7 हजार 500 रुपए से 8 हजार 500 रुपए के बीच रहेंगे, ऐसा अनुमान कृषि विशेषज्ञों द्वारा जताया गया है.
* किसान दे रहे कपास का स्टॉक करने पर जोर
दो साल पहले वर्ष 2022 के सीजन में कपास को बेहतरीन दाम मिले थे. जिससे कपास का बुआई क्षेत्र लगातार बढता चला गया. इसके साथ ही दिनोंदिन महंगाई बढते रहने की वजह से किसानों के लिए कम दाम में कपास बेचना घाटे का सौदा साबित होने लगा. इस दौरान खाद, बीज, किटनाशक, मजदूरी, फरवारणी, उत्पादन एवं ढुलाई खर्च में जबर्दस्त वृद्धि हुई. इन दिनों कपास चुनने हेतु किसानों को 10 रुपए प्रतिकिलो की मजदूरी देनी पडती है. जिसके चलते कपास को प्रति क्विंटल 12 से 15 हजार रुपए का दाम मिलना अपेक्षित है. जिसके परिणाम स्वरुप किसानों द्वारा कम दामों पर अपनी कपास बेचने की बजाय फिलहाल कपास का स्टॉक करने पर पूरा जोर दिया जा रहा है.