मुंबई/दि.22– महाराष्ट्र में 20 मई को पांचवे चरण के तहत मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई. इसके साथ ही राज्य में लोकसभा चुनाव की धामधूम समाप्त हो गई. लेकिन इसके साथ ही महायुति में शामिल घटक दलों में रहनेवाली अंतर्गत कलह सामने आ रही है. मावल संसदीय क्षेत्र में शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशी श्रीरंग बारने ने अजीत पवार के नेतृत्ववाली राकांपा के कुछ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं पर अपना प्रचार नहीं करने का आरोप लगाया है.
वहीं राकांपा के विधायक सुनील शेलके का कहना रहा कि, बारने द्वारा अपनी असफलता को छिपाने हेतु राकांपा पदाधिकारी पर आरोप न लगाया जाए. विधायक शेलके के मुताबिक संसदीय क्षेत्र में श्रीरंग बारने को लेकर जबरदस्त असंतोष था. लेकिन इसके बावजूद अजीत पवार गुटवाली राकांपा के पदाधिकारियों ने बारने की जीत के लिए जबरदस्त मेहनत की. ऐसे में अब बारने ने अपनी असफलता को छिपाने हेतु दूसरों पर अपनी नाकामी का ठीकरा नहीं फोडना चाहिए.
उधर दूसरी ओर मुंबई उत्तर-पश्चिम में शिंदे गुट के नेता गजानन कीर्तीकर द्वारा अप्रत्यक्ष तौर पर ठाकरे गुट के समर्थन में बयान दिए जाने को लेकर शिंदे गुटवाली शिवसेना के नेताओं ने अपनी नाराजी जताई है. शिवसेना के उपनेता शिशीर शिंदे ने सीएम एकनाथ शिंदे के नाम पत्र लिखकर सांसद गजानन कीर्तीकर को पार्टी विरोधी बयानो के लिए पार्टी से बाहर निकाल देने की मांग की है. जिसके चलते इस समय महायुति के घटक दलों के बीच ही टकराव वाली स्थिति देखी जा रही है.