गर्मी के बढते ही बिजली की मांग में वृद्धि, लोडशेडिंग का खतरा बढा
राज्य में सर्वाधिक 30,374 मेगावैट बिजली की मांग

मुंबई /दि.17– इस समय समूचे राज्य में गर्मी का असर बडी तेजी के साथ बढता दिखाई दे रहा है. जिसके चलते बिजली की मांग में भी अच्छी-खासी वृद्धि हो रही है. जिसकी वजह से राज्य पर आपातकालिन लोडशेडिंग का खतरा मंडरा रहा है. बुधवार की दोपहर 3.15 बजे राज्य के अब तक के इतिहास में सर्वाधिक 30,374 मेगावैट बिजली की मांग दर्ज की गई. उस समय राज्य में केवल 19,470 मेगावैट बिजली ही उपलब्ध थी. जिसके चलते सेंट्रल एक्सचेंज से 10,904 मेगावैट बिजली लेनी पडी. उच्चतम मांग के समय महावितरण ने सर्वाधिक 26,544 मेगावैट बिजली की आपूर्ति की.
जानकारी के मुताबिक इस वर्ष गर्मी के मौसम दौरान बिजली की मांग 35,700 मेगावैट तक पहुंचने का अनुमान है. ऐसे समय यदि सेंट्रल एक्सचेंज से बिजली कम मिलती है और आगामी समय में तापमान वृद्धि की वजह से बिजली की मांग बढती है, तो इसके परिणामस्वरुप आपातकालिन लोडशेडींग होने का पूरा खतरा अभी से दिखाई दे रहा है.
* 9146 मेगावैट विद्युत निर्मिती
बुधवार को महानिर्मिती ने 9146 मेगावैट विद्युत की निर्मिती की. जिसके तहत नाशिक, भुसावली, कोराडी, खापरखेडा, पारस, परली व चंद्रपुर के केंद्रों से 7064 मेगावैट, उरण गैस प्रकल्प से 373 मेगावैट, जलविद्युत प्रकल्प से 1627 मेगावैट, सौर उर्जा से 70 मेगावैट तथा निजी प्रकल्पो से 9256 मेगावैट विद्युत निर्मिती की गई थी.
* शीतकाल से ही मांग में वृद्धि
अब तक के इतिहास में शीतकाल के दौरान विगत 11 जनवरी को विद्युत की मांग 25,808 मेगावैट थी. उस समय पहले से नियोजन रहने के चलते कहीं से भी अतिरिक्त बिजली खरीदे बिना मांग को पूरा किया गया था. परंतु इस समय बिजली की मांग में काफी अधिक वृद्धि हो चुकी है. जिसे पूरा करने के लिए सेंट्रल ग्रीड से बिजली खरीदनी पड रही है.
* ओवरलोड के चलते बत्ती गुल
महावितरण के मुताबिक राज्य में कहीं पर भी लोडशेडिंग व आपातकालिन लोडशेडिंग नहीं है, परंतु बिजली की मांग बढ जाने के चलते ओवरलोड रहनेवाले फीडर पर बत्ती गुल हो रही है. लेकिन इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की लुकाछुपी चल रही है. जिसे अप्रत्यक्ष भारनियमन कहा जा रहा है. परंतु इससे महावितरण द्वारा इंकार किया गया है.
* क्यों बढी मांग?
बोअरवेल व कुओं में जलस्तर समाधानकारक रहने के चलते इन दिनों फसलों की सिंचाई हेतु बिजली पर चलनेवाले कृषि पंपों का प्रयोग अधिक हो रहा है. जिसके चलते कृषि क्षेत्र में बिजली की मांग अधिक है. इसके साथ ही तापमान में वृद्धि होने के चलते घरेलू कनेक्शन धारको की ओर से भी बिजली की मांग बढ गई है.
* मुंबई – 3830 मेगावैट
इस समय बिजली की सर्वाधिक मांग मुंबई शहर में है. जहां पर बुधवार की दोपहर 3.15 बजे 3830 मेगावैट बिजली की मांग थी. वैसे मुंबई में साधारण तौर पर बिजली की मांग 4300 मेगावैट तक भी पहुंचती है. जिसकी तुलना में बुधवार की दोपहर वाली मांग कुछ हद तक कम थी.
* आज तक बिजली की रिकॉर्ड मांग
6 मई 2021 – 22,914 मेगावैट
14 अप्रैल 2022 – 25,144 मेगावैट
18 अप्रैल 2023 – 25,437 मेगावैट
14 अप्रैल 2024 – 29,116 मेगावैट
16 अप्रैल 2025 – 30,374 मेगावैट