मुंंबई/दि.16 – प्रदेश के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने आशा कार्यकर्ताओं की बेमियादी हडताल शुरू करने पर नाराजगी जताई है. टोपे ने कहा कि मैंने आशा कार्यकर्ताओं के मानधन बढोतरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर उनके ट्रेड युनियन के प्रतिनिधियों से सकारात्मक चर्चा की थी. उन्होंने हडताल पर न जाने का आश्वासन दिया था. इसके बावजूद यदि आशा कार्यकर्ता हडताल कर रही है तो यह उचित नहीं है. जबकि विधानसभा मेें विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार आशा कार्यकर्ताओं के मानधन बढाने सहित विभिन्न मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करे. इस बीच राज्य के आशा व गटप्रवतर्क संगठन के कृति समिति के अध्यक्ष एमए पाटिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मंगलवार को राज्यभर में आशा कार्यकर्ता काम न करते हुए हडताल पर रही. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने बुधवार को आशा कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है. हमें बैठक में सकारात्मक फैसले की उम्मीद है.
पुणे में पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांगों को लेकर सकारात्मक है. इस संबंध में मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे और उपमुख्यमुत्री अजीत पवार से चर्चा के बाद फैसला लिया जायेगा. टोपे ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से दो दो हजार रूपये मिलाकर कुल चार हजार रूपये का मानधन दिया जाता है. इसके लिए कोविड के काम के लिए प्रति महिने एक हजार रूपये का भत्ता दिया जाता है.