जुनैद को कश्मीर ले गई एटीएस
आतंकी संगठनों के लिए युवाओं को भर्ती करने का है आरोपी
* मूलत: बुलडाणा के खामगांव का रहनेवाला है जुनैद
* 24 मई को पुणे के दापोली से किया गया था गिरफ्तार
मुंबई/दि.31– सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भडकाकर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती करने के आरोप में पुणे से गिरफ्तार जुनैद मोहम्मद को महाराष्ट्र आतंकरोधी दस्ता (एटीएस) अपने साथ जम्मू-कश्मीर ले गया है. एटीएस यहां उन तीन आरोपियों की तलाश में पहुंची है, जिनके इशारे पर जुनैद काम करता था. जुनैद के साथ कुलगांव के हमीदुल्ला जरगर, किश्तवाड के आफताब शाह और घाटी के ही रहने वाले उमर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें कि, मूल रुप से बुलढाणा जिलांतर्गत के खामगांव निवासी जुनैद मोहम्मद को पुणे के दापोडी इलाके से बीती 24 मई को गिरफ्तार किया गया था. वह अपने रिश्तेदार के घर रह रहा था. छानबीन में खुलासा हुआ था कि, जुनैद जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों के संपर्क में था और उनके लिए भर्ती करता था. उसे आतंकी संगठन से 10 हजार रुपए भी मिले थे. ये पैसे जम्मू-कश्मीर स्थित बैंक के खाते से ट्रांसफर किए गए थे. जुनैद कम से कम चार बार जम्मू-कश्मीर जा चुका है.
* अप्रैल तक वॉट्सएप ग्रुप के जरिए करते थे आपस में बातचीत
एटीएस की छानबीन में यह भी खुलासा हुआ है कि, जरगर ने पिछले साल अंसार गजवात-उल-हिंद तौहीद नाम का वॉट्सएप ग्रुप बनाया था, जो इस साल अप्रैल तक चला. इसमें आरोपी देशविरोधी और आतंकी गतिविधियों को लेकर बातचीत करते थे. शक है कि, जुनैद ने महाराष्ट्र समेत देश के दूसरे हिस्सों से कम से कम 10 युवाओं को लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती कराया है. एटीएस के 12 अधिकारियों की टीम मामले के जुडे सभी पहलुओं की छानबीन के लिए तीन दिन से जम्मू-कश्मीर में डेरा डाले हुए हैं.