
कोल्हापुर/दि.29– कोल्हापुर सत्र न्यायालय में सुनवाई के लिए लाये गये प्रशांत कोरटकर पर वकीलों ने हमले का प्रयास किया. भारी पुलिस बंदोबस्त रहने के बावजूद कोरटकर पर हमले का प्रयास होने से न्यायालय परिसर में खलबली मच गई. पुलिस ने समय पर हमला करने वाले वकीलों पर नियंत्रित किया, इस कारण बडा अनर्थ टल गया.
शुक्रवार 28 मार्च को हुई सुनवाई में न्यायालय में कोरटकर का पुलिस रिमांड दो दिन बढा दिया गया है. इस कारण 30 मार्च तक कोरटकर पुलिस हवालात में ही रहने वाले है. शुक्रवार 28 मार्च को चतुर्थ सह दिवानी न्यायाधीश (कनिष्ठ सत्र) एस. एस. तट के सामने यह सुनवाई हुई. कोरटकर के बुकी मालिक के साथ संबंध है. वह तीन राज्यों में घूमता था. उसे और कौनसी संगठना और व्यक्ति सहायता कर रही है, फरार अवधि में उसने 5 से 6 होटल में मुक्काम, घुमने के लिए चार पहिया वाहन का इस्तेमाल किया है. उसके और किसी से हितसंंबध है क्या, आदि जांच करने के लिए पुलिस रिमांड बढाने की मांग एड. असीम सरोदे और सरकारी वकील सूर्यकांत पोवार ने की. सुरक्षा कारणों के लिए कोरटकर को सुबह 8 बजे राजारामपुरी पुलिस हवालात से बाहर निकाला गया. उस समय आंदोलन का प्रयास करने वाले जयदीप शेलके को पुलिस ने कब्जे में लिया. खींचतान में उसका शर्ट भी फंस गया. दोपहर 12 बजे के बाद न्यायालय में सुनवाई हुई. इसमें सरकारी वकील सूर्यकांत पोवार द्वारा किये गये युक्तिवाद के मुताबिक दो दिन का रिमांड बढाया गया. आरोपी के वकील सौरभ घाग ने कोरटकर का पक्ष रखा. सुनवाई के बाद उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाते समय वकील अमितकुमार भोसले ने कोरटकर पर हमला करने का प्रयास किया. करीबन 50 से अधिक पुलिस जवानों की मौजूदगी में हमले का प्रयास किये जाने से पुलिस यंत्रणा में हडकंप मच गया था. उसे तत्काल कब्जे में लेकर न्यायालय के बेसमेंट की कैंटीन में थोडा समय रखा गया. इस घटना से तनावपूर्ण वातावरण हो गया था.