मुंबई/ दि.२२ – देवेंद्र फडणवीस सरकार के कार्यकाल में अधिक महत्व दिये जाने का आरोप महाविकास आघाडी के नेताओं ने किया था. किंतु अब प्रत्यक्ष में जिन 15 निजी बैंकों को शासकीय कर्मचारियों का वेतन देने की अनुमति राज्य के वित्त विभाग ने दी है. उसमें एक्सीस बैंक का समावेश है.
एक्सीस बैंक में अधिकारी रहने वाली अमृता के प्रभाव से फडणवीस के काल में सरकार के कुछ विभागों के खाते एक्सीस बैंक में खोले गए थे. इस तरह का आरोप महाविकास आघाडी के नेताओं ने किया था. उसपर एक्सीस बैंक में सरकार के खाते मेरे विवाह के पूर्व के है. मैं अधिकारी होने के बाद के नहीं, ऐसा अमृता फडणवीस ने स्पष्ट किया था. उनका और शिवसेना नेताओं का ट्विटर वार भी उस समय काफी चर्चा में था. निजी बैंक को इतना लाभ क्यों, राष्ट्रीयकृत बैंक है, इस तरह का हल्लाबोल उस समय महाविकास आघाडी के नेताओं ने किया था. शिवसेना की सत्ता रहने वाले मुंबईर ठाणे मनपा की एक्सीस बैंक के खाते निकाल लेने की गतिविधियां शुरु हुई थी. अपना निधि व कर्मचारियों का वेतन और निवृत्ति वेतन केवल राष्ट्रीयकृत बैंक में रखने की भूमिका ली थी. वित्त विभाग ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर शासकीय कर्मचारियों का वेतन, निवृत्ति वेतन और उनका आहरन, वितरण करने की अनुमति जिन 15 बैंकों को दी, उसमें एक्सीस बैंक का समावेश किया गया है. अन्य बैंकों में फेडरल बैंक, एस बैंक, कोटक महिंद्र बैंक, एसबीएम बैंक, इंडसइंड बैंक, एसडीएफसी बेैंक, आरबीएल बैंक, आईसीआईसीएफ बैंक आदि का समावेश है.