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लांरेस बिश्नोइ गैंग ने करवाई बाबा सिद्दीकी की हत्या

हत्या कांड में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, एक आरोपी फरार

* गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक शिव गौतम युपी और दूसरा धर्मराज कश्यप हरियाणा का रहने वाला
* तीसरे आरोपी की पहचान हुई, बहराईच के गंडारा का
* कश्यप और गौतम काम की तलाश में आए थे पुणे
जो सलमान खान की मदद करेंगा, उसका हाल ऐसा ही होगा
बिश्नोई गैंग ने ली बाबा सिद्दीकी के कत्ल की जिम्मेदारी, सोशल मीडिया पर लिखा- सलमान खान हम ये जंग नहीं चाहते थे लेकिन…
* प्रदेश सरकार पर लापरवाही का आरोप
* शरद पवार ने मांगा फडणवीस का इस्तीफा
* राहुल गांधी भी बोले- कानून व्यवस्था बुरी
* 15 दिन पहले मिली थी धमकी, बढाई थी सुरक्षा
* एडवांस पेमेंट से कुरियर से आया पिस्तौल
* पुलिस के तीन जांच दल कई राज्यों में रवाना
मुंबई/दि.13– राकांपा नेता और सांसद बाबा सिद्दीकी की शनिवार जघन्य हत्या कर दी गई. जिसके बाद पूरे राज्य में तहलका मचा है. पुलिस प्रशासन जहां हमलावरों की धरपकड कर रहा है वहीं राजनीति भी उफान पर आ गई है. उधर कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है. वही राकांपा क्षत्रप शरद पवार ने देवेन्द्र फडणवीस का त्याग पत्र मांगा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी राज्य की कानून और व्यवस्था को लचर बताकर उसे ही मुख्य रुप से सिद्दीकी की हत्या का जिम्मेदार माना है. मामले की पेचीदगियां बढ़ाने वाला उसके गैंग के सदस्य का एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है. इस पोस्ट में गैंग ने दावा किया है कि वे सलमान खान से कोई युद्ध नहीं चाहते थे, लेकिन बाबा की हत्या की वजह उनके दाऊद इब्राहिम के साथ जुड़ाव था. हालांकि, मुंबई पुलिस ने एफबी पोस्टी की पुष्टि नहीं की है और कहा है कि इसकी जांच की जाएगी. उल्लेखनीय हैं कि शनिवार रात सवा नौ बजे बाबा सिद्दीकी पर निर्मल नगर में रेल क्रॉसिंग के पास बेहद करीब से गोलियां दागी गई और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर्स ने दो घंटे के उपचार पश्चात सिद्दीकी को मृत घोषित किया.

बिश्नोई गैंग की फेसबुक पोस्ट
बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पोस्ट में कहा, सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे. पर तुमने हमारे भाई (लॉरेंस बिश्नोई) का नुकसान करवाया. आज जो बाबा सिद्दीकी की शराफत के पुल बांधे जा रहे हैं, वो एक टाइम में दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था. इसके मरने का कारण दाऊद को बॉलीवुड, राजनीती, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था. इनके अलावा अनुज थापन का नाम भी पोस्ट में है, जिसने सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की थी, और पुलिस कस्टडी में उसकी मौत हो गई थी. गैंग का कहना है कि यह मौत उसका बदला है. गैंग के सदस्य ने पोस्ट किया, हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा, अपना हिसाब किताब लगा के रखना. हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा, तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे. हम ने पहले वार कभी नहीं किया. जय श्री राम जय भारत, सलाम शहीदां नू .

तीन शूटरों की हुई पहचान
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई पुलिस ने अब तक तीन शूटरों की पहचान की है और मास्टरमाइंड की तलाश में लगी हुई है. हालांकि, गैंग का दावा है कि बाबा सिद्दीकी का कथित शराफत एक भ्रम से अधिक कुछ नहीं था, और उनका पास्ट में दाऊद इब्रहिम के साथ मकोका एक्ट में शामिल होने का भी गवाह है.
बिश्नोई गैंग का यह भी दावा है कि जो कोई भी सलमान खान और दाऊद के गिरोह की मदद करेगा, उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. उसका यह बयान पुलिस के सामने नई चुनौतियाँ पेश करता है, क्योंकि गैंग ने चेतावनी दी है कि यदि कोई उनके भाई को नुकसान पहुंचाएगा तो वे अपनी प्रतिक्रिया जरूर देंगे.
यह मामला अब राजनीतिक और बॉलीवुड जगत से जुड़ गया है, उसकी वजह सिद्दीकी के कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम और अनुज थापन के साथ नजदीकी के आरोप हैं. यह देखना रोचक होगा कि पुलिस इस मामले को कैसे सुलझाती है, खासकर जब गैंग की सोशल मीडिया पर सक्रियता और सलमान खान के फिल्मी कनेक्शन का मामला सामने आ रहा है.

सीने में दो गोलियां लगी
बाबा सिद्दीकी के सीने में दो गोलियां लगने की जानकारी उनका उपचार करने पहुंचे डॉ. जमील पारकर ने दी. डॉ. पारकर ने बताया कि 9.30 बजे बाबा सिद्दीकी को अस्पताल में लाया गया था. हम उन्हें इमरजेंसी वार्ड में ले गए. उनकी पल्स नहीं मिल रही थी. रक्तचाप भी नहीं मिल रहा था. इसीजी निकाला तो वह फ्लैट लाइन आया. उन्हें आईसीयू में रखा. डॉक्टर्स ने उपचार शुरू किया. रक्तस्त्राव रोंकने और ब्लड प्रेशर बढाने के लिए डॉक्टर्स ने अथक प्रयास किए. उन्हें दवाईयां दी गई. 11 .25 बजे उन्हें मृत घोषित किया. डॉ. पारकर ने बताया कि गोलियां बहुत नजदीक से मारी गई. जो छाती को चीरते हुए पीठ से बाहर निकल गई. उन्हें बचाने का प्रयास किया. किंतु नहीं बचा सके.

15 दिनो पहले धमकी
बाबा सिद्दीकी को 15 दिन पहले ही जान से मारने की धमकी मिली थी. पुलिस ने इस बात की पुष्टी करते हुए बताया कि धमकी पश्चात सिद्दीकी की सुरक्षा बढाई गई थी. उन्हें वाय श्रेणी सुरक्षा उपलब्ध कराई गई. फिर भी उनकी हत्या हो गई. विर्ले पार्ले के कूपर अस्पताल में सांसद सिद्दीकी का पोस्टमार्टम हो रहा हैं. वहां भी सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं.

फडणवीस के त्याग पत्र की मांग
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद विपक्ष ने उपमुख्मंत्री देवेन्द्र फडणवीस के राजीनामा की मांग की हैं. राकांपा नेता शरद पवार ने फडणवीस को पद छोड देना चाहिए, ऐसा कहा हैं. अन्य नेताओं ने भी गृह मंत्रालय संभाल रहे फडणवीस के काम काज पर प्रश्न उपस्थित किए हैं.

बाबा के साथ इंसाफ होना चाहिए- राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बाबा सिद्दीकी की हत्या को अत्यंत धक्का दायक और क्लेश दायक बताया हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उनकी संवेदनाएं सिद्दीकी परिवार के साथ हैं. इस हत्या से महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था धराशाही साबित हो गई हैं. सरकार ने इसकी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए. बाबा सिद्दीकी को न्याय मिलना चाहिए. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर उपरोक्त प्रतिक्रिया दी. बाबा सिद्दीकी तीन बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे. आघाडी सरकार में मंत्री भी रहे. कुछ माह पहले राकांपा अजीत पवार में शामिल सिद्दीकी राज्य सभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे.

सीएम बंगले के बाहर सुरक्षा कडी
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बंगले वर्षा के बाहर सुरक्षा और कडी कर दी गई हैं.

पंजाब की जेल में रचा षडयंत्र
बाबा सिद्दीकी की हत्या का षडयंत्र लारेंस बिश्नोई गैंग ने पंजाब की जेल में रचा. पुलिस की प्राथमिक जांच में यह खुलासा हुआ हैं. आरोपियों ने अपराध शाखा को बताया कि पंजाब की जेल में बंद थे, तब बिश्नोई गैंग के सदस्यों से पहचान हुई. चार आरोपियों में से तीन आरोपी पंजाब जेल में बंद थे. बिश्नोई गैंग ने उन्हें सिद्दीकी की हत्या के लिए ढाई लाख रुपये की सुपारी दी. शूटर्स हत्या के बाद 50-50 हजार रुपये आपस में बांटने वाले थे. मुंबई पुलिस ने उन्हें पहले ही दबोच लिया. एक माह पहले 2 सितंबर को शूटर्स ने मुंबई के कुर्ला परिसर में 14 हजार रुपये प्रति माह किराए पर फ्लैट लिया था. सलमान खान पर गोलियां चलाने वाले आरोपी ने भी इसी प्रकार किराए का घर लेकर रेकी की थी. पश्चात गोलीबार किया गया. जांच के लिए अपराध शाखा की तीन टीम उज्जैन, दिल्ली और हरियाणा रवाना की गई हैं.

आया मुंबई पुलिस का आधिकारिक बयान
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले पर पुलिस का अधिकारिक बयान सामने आया है. मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी शनिवार रात 9:15 से 9:30 बजे के बीच अपने ऑफिस से निकलकर मुंबई के बांद्रा (पश्चिम) स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे. तभी तीन हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी को निशाना बनाकर गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
गोली लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया
गोली के हमलों से गंभीर रूप से घायल बाबा सिद्दीकी को तुरंत इलाज के लिए बांद्रा (पश्चिम) स्थित लीलावती अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. आनन-फानन में पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया. पुलिस ने अपराध पंजीकरण संख्या 589/2024, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के तहत केस दर्ज किया है. साथ ही शस्त्र अधिनियम की धारा 3, 25, 5 और 27 तथा महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 और धारा 137 के तहत केस दर्ज किया है. वारदात के बाद बाबा सिद्दीकी के 2 हत्यारों को पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने 2 हत्यारों के नामों का खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप है. गुरमेल बलजीत सिंह 23 साल का है. वह हरियाणा का रहने वाला है. इसके साथ ही दूसरा आरोपी धर्मराज राजेश कश्यप की उम्र 19 साल है. वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. बाबा सिद्दीकी के हत्या के मामले की जांच क्राइम ब्रांच मुंबई द्वारा की जा रही है. पुलिस ने बताया की तीसरे आरोपी की तलाश जारी है. बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच मुंबई सभी एंगलों में जांच कर रही है. पुलिस ने कहा कि जल्द ही तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

कुरियर से आया पिस्तौल, एडवांस पेमेंट
बाबा सिद्दीकी को परलोक पहुंचाने शूटर्स को एडवांस पेमेंट दिए जाने की बात जांच में स्पष्ट हुई हैं. शूटर्स पिछले 40 दिनों से सिद्दीकी के घर और कार्यालय की रेकी कर रहे थे. कुछ दिन पहले एक शस्त्र डीलर ने कुरियर एजंट की मदद से शूटर्स को पिस्तौल दिया था. जिसका पेमेंट एडवांस में हो गया था. पुलिस का दावा है कि शूटर्स महिना भर पहले ही मुंबई आए थे. इसके पहले शूटर्स ने कई बार गोली चलाने का प्रयत्न किया. किंतु असफल रहे. दशहरे की रात उन्होंने सिद्दीकी पर गोलियां दाग दी.

पुलिस के सामने कौन सी चुनौतियां
प्रसिध्द वकील एड. उज्जवल निकम ने कहा कि उन्हें सिद्दीकी की हत्या की खबर सुनकर धक्का लगा हैं. वे घटना का निषेध करते हैं. घटना के कुछ दिन पहले उन्हें धमकी मिली थी. पुलिस ने सुरक्षा उपलब्ध कराई थी. दशहरा और नवरात्री शोभायात्रा का लाभ लेकर हमलावरों ने कायराना हमला किया. निकम ने कहा कि पुलिस को हत्या का षडयंत्र किसने रचा, यह खोजना होगा. षडयंत्र का उद्देश्य क्या रहा? यह भी महत्वपूर्ण बात रहेंगी. साजिश रचने वाले कभी उजागर नहीं होते. वे अपने गुर्गो के माध्यम से काम कर देते हैं. जैसा 26/11 का हमला क्यों किया जा रहा हैं. यह हमलावरों से अत्यंत गिनती के लोगों को पता था. बाकी लोगों को केवल इंसानों को मारने के आदेश दिए गए थे. उससे अधिक कुछ उन्हें पता न था. निकम ने कहा कि सिद्दीकी को धमकी मिली थी. धमकी और हत्या का संबंध है क्या, यह भी जांच का विषय रहेंगा. उनके अनुभव के अनुसार ऐसी धमकी देकर हत्या की जाती हैं. तब अपराध जगत में अपना वर्चस्व बढाने की मंशा कुछ लोगों की रहती हैं.

 

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