नागपुर मेें साकार हो सकता है बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने विधानसभा में दी जानकारी
मुंबई/दि.4- उत्तर भारत में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र के लिए 1165 करोड रुपए की निधि मंजूर होने के बावजूद अदालती रोक के कारण इसका शुरु नहीं हो पाया है. सरकार अब वर्धा रोड पर इस अस्पताल का निर्माण करने पर विचार कर रही है. इसके लिए नई जमीन का चुनाव अंतिम चरण में है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दी.
गिरीश महाजन ने बताया कि, 568 बेड वाले प्रस्तावित सुपरस्पेशालिटी अस्पताल को पहले जिस 28 एकड जमीन पर बनाया जाना था वहां बीच में एक स्कूल है. स्कूल ने इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया है. उन्हें स्टे मिला है. इसलिए वह जमीन नहीं ली जा सकी. नई जमीन के लिए एक समिति गठित की है जिसने वर्धा रोड पर नई जमीन तलाशी है. कांग्रेस के विकास ठाकरे, नितिन राउत, राकांपा के अजीत पवार आदि सदस्यों के सवाल के जवाब में महाजन ने बताया कि, यदि न्यू ग्रांट एजुकेशन संस्था के संचालक मुआवजा लेकर जमीन देने को तैयार होंगे तो सरकार इसी जगह पर अस्पताल बनाने पर दोबारा विचार कर सकती है.
* कोंढाली स्वास्थ्य केंद्र की इमारत के लिए मंजूरी
नागपुर के कोंढाली स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की इमारत के निर्माण कार्य को एक सप्ताह में मंजूरी दी जाएगी. विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राकांपा के अनिल देशमुख के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने यह आश्वासन दिया. साथ ही निर्दलिय विधायक रवि राणा के सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अमरावती स्थित महिला अस्पताल के अंतिम चरण के काम के लिए 6 करोड रुपए की निधि का इंतजाम जल्द कर इसके लोकार्पण की व्यवस्था की जाएगी.
* आघाडी सरकार ने स्व. लता मंगेशकर संगीत विद्यालय की मंजूरी रद्द की थी
भाजपा विधायक आशीष शेलार ने विधानसभा में दावा किया भारतरत्न लता मंगेशकर के नाम पर दिया गया पहला पुरस्कार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया. इससे नाराज होकर महाविकास आघाडी सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने स्व. लता मंगेशकर संगीत विद्यालय की मंजूरी रद्द कर दी थी. पूरक मांगों पर चर्चा के दौरान शेलार ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री सम्मान समारोह में खुद को न बुलाए जाने से भी नाराज थे. उन्होंने इसे फिर से मंजूरी देने के लिए मौजूद सरकार का आभार माना.