* 19 दिसंबर को मंदिर में पूजा
चांदुर बाजार/दि. 30 – मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित जिले के बहिरम में श्री बहिरम बाबा की यात्रा विदर्भ में सर्वाधिक समय चलनेवाली यात्रा के रुप में विख्यात है. इस यात्रा महोत्सव की शुरुआत 20 दिसंबर से होने जा रही है. इस यात्रा के शुरु होने के एक दिन पूर्व 19 दिसंबर को मंदिर में होमहवन और पूजा की जाएगी, ऐसी जानकारी ट्रस्ट के सदस्य किशोर ठाकरे ने दी है.
बहिरम बाबा की यात्रा सभी तरफ विख्यात है. इस यात्रा की देखरेख की जिम्मेदारी अमरावती जिला परिषद के पास है. इस कारण यात्रा शुरु होने के पूर्व यहां चांदुर बाजार पंचायत समिति के विस्तार अधिकारी ईश्वर सातांगे ने आवश्यक तैयारी के लिए जायजा किया और तैयारी शुरु कर दी, ऐसी जानकारी यात्रा व्यवस्थापक निखिल नागे ने दी है. साथ ही 9 से 11 दिसंबर तक यहां यात्रा में दुकानों के लिए जगह की निलामी प्रक्रिया पंचायत समिति चांदुर बाजार की तरफ से की जानेवाली है. बहिरम यह स्थल मध्य प्रदेश सीमा पर रहने से यहां महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश से भी बडी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड रहती है. पहले बहिरम यात्रा में भारी मात्रा में तमाशा प्रस्तुतिकरण होता था. लेकिन पिछले कुछ साल पहले पूर्व विधायक बच्चू कडू ने इस यात्रा के तमाशे बंद करवा दिए. उसकी बजाए यात्रा में आम नागरिकों की सुविधा की दृष्टि से प्रशासकीय यंत्रणा एक स्थान पर लाकर नागरिकों को शासकीय काम के लिए सहायता हो सके ऐसे प्रशंसनीय उपक्रम शुरु किए थे. बहिरम में शिरजगांव कसबा पुलिस का तगडा बंदोबस्त रहता है. इस यात्रा की कालावधि करीबन एक माह से अधिक रहती है. इस कारण यात्रा के दौरान पूर्ण माह प्रत्येक शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की तौबा भीड यहां रहती है.
* हंडी का मटन और रोडगे विख्यात
यात्रा में हंडी का मटन और रोडगे विख्यात है. खाने के शौकिनों के लिए यह यात्रा लाजवाब रहती है. हंडी का मटन अथवा बैगन की सब्जी और रोडगे का स्वाद लेने के लिए दूरदराज से श्रद्धालु यहां आते है.