राजापेठ चौक के प्रवेशद्बार निर्माण पर रोक

एड. श्रीकांत देशपांडे की सफल पैरवी

अमरावती/ दि. 3-राजापेठ चौक के प्रवेश द्बार की मेहराब पर अदालत ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश पारित किया है. इस मामले में एड. श्रीकांत देशपांडे ने सफल पैरवी की. यथास्थिति का आदेश देते हुए अमरावती महानगर पालिका व सार्वजनिक निर्माण विभाग द्बारा जवाब आने तक इस पर रोक लगा दी है.
उल्लेखनीय है कि सुरेंद्र देशमुख के पिता देशमुख ने 1954 में राजापेठ में एक प्लॉट लेकर वहां पर घर बनवाया था, तब से इस संपत्ति पर विनायक देशमुख का कब्जा है. इस घर की पूर्व दिशा की रोड पर आवागमन के दरवाजे के पास लोक निर्माण विभाग ने प्रवेश द्बार की कमान के लिए गढ्ढा खोदा था. इस कार्य की वजह से सुरेंद्र देशमुख के परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. इस गढ्ढे में प्रवेशद्बार निर्माण के लिए लोहे की सलाखों के कालम खडे किए गये हैं. जिसमें भविष्य में किसी भी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. इन संभावनाओं की तरफ एड. श्रीकांत देशपांडे न अदालत का ध्यान आकर्षित किया था. इस प्रवेशद्बार का निर्माण यहां लगाए गये बोर्ड के मुताबिक 45 लाख रूपए खर्च किया जा रहा है. ऐसे में जनमानस में यह सवाल पैदा हो रहा है कि राजनेता अपने प्रचार के लिए जनता की निधि का इस तरह के दुरूपयोग की क्या वजह है.
अप्रैल 2025 में प्रवेश द्बार की मेहराब कमान का निर्माण शुरू किया गया. सुरेंद्र देशमुख द्बारा अमरावती मनपा और लोकनिर्माण विभाग अमरावती से इस संबंध में शिकायत भी दर्ज की गई. लेकिन निर्माण कार्य नहीं रोका गया. इस प्रवेश द्बार के लिए दिए गये वर्क ऑर्डर में मनपा ने दीपार्चन के सामने के लिए एनओसी दी थी. लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते लोक निर्माण विभाग जानबूझकर सुरेंद्र विनायकराव देशमुख के घर की पूर्व दिशा के दरवाजे को लगकर निर्माण कर रहा है. सुरेंद्र देशमुख ने इस संबंध में अनिवार्य विशेषज्ञों का दावा दायर किया था. इस मामले में सुरेंद्र विनायक देशमुख की तरफ से एड. श्रीकांत देशपांडे ने सफल पैरवी की. दोंनो पक्षों को सुनने के बाद सिविल जज वरिष्ठ स्तर क्रमांक 6 ने सुरेंद्र विनायकराव देशमुख के पक्ष में यथा स्थिति को मंजूर किया. इस मामले में एड.श्रीकांत देशपांडे को पैरवी में एड. गिरीश धर्माले व एड गार्गी ने योगदान दिया.

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