-
बरामद हुए 43 आधार, पैनकार्ड
मुंबई/दि.19 – लोगों को कुछ हजार रुपए का लालच देकर उनके नाम पर साइबर ठगी के लिए बैंक खाता खोलने वाले दो आरोपियों को मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने दबाचा है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 43 आधार/पैनकार्ड बरामद किए गए हैं. पकडे गये आरोपी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बैठे गिरोह के दूसरे सदस्यों से संपर्क में थे. मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम अजहर अनीस अंसारी और राजकुमार पांडेय है.
मध्य प्रादेशिक विभाग (साइबर) के सीनियर इंस्पेक्टर किशोर शिंदे ने बताया कि, मुंबई के वरली इलाके में रहने वाली एक महिला से ठगी के लिए इस्तेमाल हुए बैंक खाते की जानकारी हासिल करते समय पहले अंसारी और फिर पांडेय पुलिस के हत्थे चढे. अरअसल, महिला ने मैट्रिमोनियल (वैवाहिक) वेबसाइट पर अपना प्रोफाइल बनाया था. इसमें खुद को भारतीय मूल के विदेशी बताने वाले एक व्यक्ति ने महिला में दिलचस्पी दिखाई. दोनों की बातचीत शुरु हुई. इसके बाद उसने कहा कि, वह महिला से विवाह का इच्छुक है और मिलने आ रहा है. इसके बाद उस व्यक्ति ने फोन कर महिला से कहा कि, उसे हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने पकड लिया है.
पहचान पत्र में बदल देते थे पता, मोबाइल नंबर
पुलिस उपनिरिक्षक सुयोग अमृतकर ने बताया कि, आरोपी गरीब मजबूर लोगों को कुछ पैसे देकर उनके आधारकार्ड, पैनकार्ड से जुडा पता और मोबाइल नंबर बदल देते थे. नया पहचान पत्र आरोपियों के ठिकाने पर आता था. इसके बाद उसकी मदद से बैंक खाता खोल लेते थे. आरोपियों के पास से ऐसे 20 आधारकार्ड और 23 पैनकार्ड बरामद किए गए है. पुलिस को शक है कि, बैंक कर्मी भी इस खेल में शामिल हो सकते हैं क्योंकि खाता खोलने से जुडी सभी निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया था.