
अमरावती/ दि. 1-अमरावती शहर सहित संपूर्ण संभाग में वक्फ बचाओ कमिटी की ओर से बुधवार 30 अप्रैल को बत्ती गुल आंदोलन का आवाहन किया गया था. जिसमें कल रात 9 बजे से 9.15 बजे तक मुस्लिम समाज बंधुओं ने अपने घरों, दुकानों, कारखानों और प्रतिष्ठानों की बिजली बंद रखकर नये वक्फ कानून का अनोखा निषेध जताया. अमरावती संभाग में यह आंदोलन वक्फ कमेटी के संभागीय कन्वीयर मुफ्ती फिरोज खान के नेतृत्व में किया गया. आंदोलन को लेकर मौलाना मो. मुबश्शीर खान ने बताया कि इस आंदोलन के तहत शहर के पश्चिम क्षेत्र सहित सभी मुस्लिम इलाकों में बत्तीगुल आंदोलन किया गया. मुस्लिम समाज के नागरिकों ने आंदोलन में हिस्सा लिया. इस आंदोलन से अमरावती संभाग के सभी मुस्लिम क्षेत्रों में 9 बजे से लेकर 9.15 बजे तक अंधेरा छाया रहा. शहर के पठान चौक, लालखडी परिसर, जमील कॉलोनी, नागपुरी गेट परिसर सहित पूरब पश्चिम क्षेत्र की बत्ती गुल रही. यह आंदोलन शांतिपूर्ण, स्वैच्छिक व अनुशासित तरीके से संपन्न हुआ. लोगों ने किसी पर दबा न डालते हुए केवल स्वयं की लाइट बंद कर निषेध जताया. लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से अपनी बात सरकार तक पहुंचाई गई. रहमत नगर और रोशन नगर में युवाओं ने खुद आगे आकर इस बत्तीगुल आंदोलन में हिस्सा लिया. परिसर के लोगों ने तय समय पर लाइटे बंद कर दी थी. पूरा इलाका अंधेरे में रहा. आंदोलन में सईद खान पत्रकार, सै. सुफियान, शोएब शाह, इरफान शाह उर्फ गोलू अहमद ठेकेदार और परिसर के नागरिकों ने हिस्सा लिया.
अकोला में भी बत्ती गुल आंदोलन
अकोला में भी 30 अप्रैल बुधवार को तहफ्फूज-ए-अवकाफ कमेटी , अकोला द्बारा वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के विरोध में बत्ती गुल आंदोलन शांतिपूर्ण सफल रहा. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्देशानुसार अकोला सहित देशभर में मुस्लिम समाज एवं बहुजन समाज द्बारा रात 9 बजे से 9.15 बजे तक अपने घरों, दुकानों, कारखानों तथा कार्यालयों की लाइट बंद रखी गई.् विशेष रूप से मुस्लिम इलाकों में अंधकार का माहौल देखने को मिला. इस प्रतिकात्मक विरोध का उद्देश्य यह संदेश देना था कि वक्फ बोर्ड में संशोधन के निर्णय का समाज में व्यापक विरोध है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए.