* राज्यस्तरिय उपवर-वधु परिचय व पालक सम्मेलन हुआ
अमरावती/दि.27– राज्य के विख्यात कर्मयोगी संत गाडगेबाबा के सेवाभावी कार्य व विचारो के वारिसदार परिट समाज शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय के लिए महाराष्ट्र के कोने-कोने में रहता है. संत गाडगेबाबा के संदेश के मुताबिक परिट समाज ने केवल स्वच्छता ही नहीं बल्कि समाज में लगी अंधश्रद्धा, विषमता को दूर कर सामाजिक क्षेत्र में अपना योगदान दिया है, ऐसा प्रतिपादन विधायक सुलभाताई खोडके ने किया.
वे महाराष्ट्र राज्य धोबी समाज महासंघ, श्री संत गाडगेबाबा चैरिटेबल सेवाभावी संस्था, डेबूजी-धोबी समाज बहुउद्देशीय सेवा संस्था के संयुक्त तत्वावधान में संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में आयोजित राज्यस्तरीय सर्व भाषिक धोबी समाज के उपवर-वधु परिचय सम्मेलन तथा पालक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में बोल रही थी. उन्होंने कहा कि, समाज का सर्वांगिण विकास कर समस्याओं का समाधान किया जाना जरुरी है. समाज को न्याय देने के लिए समाज का संगठनात्मक निर्माण किया गया और समाज में विभिन्न उपक्रम तथा सम्मेलन के माध्यम से प्रगति की राह पकडी है. समाजबंधुओं की सक्रियता के कारण उपवर-वधु परिचय सम्मेलन के माध्यम से समाज के लोग एकजूट होकर मंच पर आए है, यह समाज की एकता के लिए प्रशंसनीय पहल है. उन्होंने कहा कि, इच्छुक युवक-युवतियों का विवाह उचित समय पर निश्चित होना जरुरी है. कार्यक्रम में विधायक सुलभा खोडके का आयोजको की तरफ से सत्कार किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता डी.डी. सोनटक्के ने की. कार्यक्रम में महाराष्ट्र राज्य धोबी (परिट) समाज महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष उपस्थित थे. वधू-वर सूचक मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष दत्ताजी यादव उद्घाटक के रुप में भाऊराव काले उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रमेश धोटे, उपाध्यक्ष मदन गजले, महेश किल्लेकर, सुरेश कनोजिया, राजेश गवली, सचिव धर्मेंद्र चंदेले, कोषाध्यक्ष प्रवीण शेंडारे, संयुक्त सचिव आलोक श्रीवास, सहकोषाध्यक्ष राजू बुंदेले, उपाध्यक्ष राजेश गवली, दिनेश धोटे, कृष्णकांत श्रीवास, सुरेश गोरले, नरेश चंदेले, लवकेश चंदेले, निखिल चेंडूलकर, रामदास भाग्यवंत, राजकुमार धोटे, विनोद बाभूलकर, प्रमोद शारदा, चंद्रकांत किल्लेकर, सीमा चंदन, रिना मोकलकर, संदीप रोहणकर आदि ने अथक परिश्रम किया.