मुंबई/दि.9- पाठ्यपुस्तकों को बांडबुक के पेज जोडने का निर्णय आगामी शैक्षणिक वर्ष से केवल प्रायोगिक तत्व पर किया जाने वाला है. इसकी सफलता देखकर प्रत्यक्ष अमल 2024-25 इस शैक्षणिक वर्ष से करने का निर्णय शालेय शिक्षा विभाग व्दारा लिया गया है.
किताबों के मूल्य में बढोतरी होने वाली रहने से कीमतों का बोझ पाठ्यपुस्तक मंडल पर न पडे इसके लिए प्राथमिक शिक्षा परिषद से इस मूल्य की प्रतिपूर्ति करने का निर्णय भी शिक्षा विभाग ने लिया है. इस संबंध में सूचना का सुधारित निर्णय शिक्षण विभाग ने बुधवार को जारी किया. इस योजना के कारण किताबों का दोबारा इस्तेमाल नहीं होगा. हर वर्ष अनेक टन पुस्तकों की रद्दी निर्मित होगी. किताबों का इस्तेमाल कर उसे फेंक देने पर अमल किया जाएगा.
* कक्षा 9वीं व 10वीं को छोडा गया
पाठ्यपुस्तकों को बांडबुक के पेज जोडने का प्रयोग आगामी शैक्षणिक वर्ष से करने का निर्णय हाल ही में लिया गया. कक्षा 3 से यह प्रयोग चलाना पहले तय हुआ था. लेकिन इस संबंध में सूचना का सुधारित निर्णय शिक्षण विभाग ने बुधवार को जारी किया है. यह बदलाव 2 से 8वीं के विद्यार्थियों के लिए रहेगा. कक्षा 1 में आवश्यकता के मुताबिक बांडबुक के पेज प्रेक्टिस के लिए जोडने की योजना दी गई है. कक्षा 9वीं व 10वीं की किताबों का उल्लेख निर्णय में अलग रखा गया है.