नवाब मलिक को लेकर ठनी भाजपा व राकांपा में
फडणवीस ने नवाब मलिक को समर्थन देने से किया इंकार

* भाजपा करेगी शिंदे गुट के सुरेश पाटिल का समर्थन
नागपुर/दि.7– मुंबई के मानखुर्द-शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव हेतु अजीत पवार गुट वाली राकांपा द्वारा पूर्व मंत्री नवाब मलिक को प्रत्याशी बनाये जाने के चलते इस समय भाजपा और अजीत पवार गुट वाली राकांपा के बीच टकराव वाली स्थिति दिखाई ेदे रही है. इसी बीच प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट कर दिया है कि, भाजपा द्वारा नवाब मलिक की दावेदारी का बिल्कुल भी समर्थन नहीं किया जाएगा. बल्कि भाजपा ने महायुति की ओर से शिंदे गुट वाली शिवसेना के सुरेश पाटिल को इस निर्वाचन क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है और इस निर्वाचन क्षेत्र के सभी भाजपा पदाधिकारियों द्वारा शिंदे गुट के प्रत्याशी सुरेश पाटिल के पक्ष में प्रचार किया जाएगा.
इस मुद्दे को लेकर नागपुर में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, हर चुनाव अलग ही होता है और इस बार भी महाराष्ट्र में हमारा तीन पार्टियों का गठबंधन है. सामने तीन पार्टियों का गठबंधन है. कुछ छोटी पार्टियां भी लड़ रही है, लेकिन कुल मिलाकर इस इलेक्शन का टोन ये सेट हो चुका है. भले ही चुनाव की चुनौतीपूर्ण होगा. लोगों ने एक प्रकार से अपना मन बना लिया है और हमको इस चुनाव में एज दिखाई पड़ता है. मुझे लगता है कि फिर एक बार हमारी महायुति की सरकार महाराष्ट्र में चुनकर आ रही है.
वहीं, जब उनसे अजित पवार द्वारा नवाब मलिक को दिए टिकट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि अजित पवार ने या उनकी पार्टी ने ये सही काम नहीं किया. उन्होंने ऐसा करना नहीं चाहिए था. हमने उनको बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा था. बावजूद उसके उन्होंने नवाब मिलक को टिकट दिया. इसलिए हमारी पार्टी ने ये फैसला किया है. हमने वहां पर शिवसेना को टिकट दिया है. हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि हम वहां पर शिवसेना के उम्मीदवार के लिए काम करेंगे. हम वहां एनसीपी के लिए प्रचार नहीं करेंगे.
बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस है या उद्धव ठाकरे तो उन्होंने कहा कि हमारे सामने चुनौती तो महाविकास अघाड़ी की है, लेकिन महाविकास आघाडी में भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस के खिलाफ लड़ रही है और मुझे लगता है कि जिस प्रकार का कांग्रेस का परफॉर्मेंस लगातार सरकारों में रहने के बाद महाराष्ट्र में रहा है. एक प्रकार से कांग्रेस की क्रेडिबिलिटी ये महाराष्ट्र में नीचे चली गई है. ये बात सही है कि लोकसभा में फेक नैरेटिव के भरोसे कांग्रेस ने अपने-आपको रिवाइव करने की कोशिश की है या अपना रिवाइवल घोषित किया है. लेकिन मैं ऐसा कहता हूं वो केवल सूजन है. वो रुकने वाली नहीं है. फिर एक बार ये फेक नैरेटिव को हमने ब्रेक कर दिया है और जनता हमारे साथ आई है. कांग्रेस को वापिस भारतीय जनता पार्टी और महायुति परास्त कर देगी.
बीजेपी नेता से जब पूछा गया कि चुनाव के बाद कौन बनेगा मुख्यमंत्री? तो उन्होंने कहा, पहली बात तो ये है कि राज ठाकरे व्यक्तिगत रूप से हमारे मित्र हैं, अगर राजनीतिक बात करे तो लोकसभा में हमारे साथ रहे है, लेकिन विधानसभा में हमारे भी 70 उम्मीदवारों के खिलाफ उन्होंने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. उनकी अपनी पार्टी है, उनका अपना वजूद है, वो प्रयास कर रहे हैं. जहां तक मुख्यमंत्री पद का सवाल है, भारतीय जनता पार्टी की अधिकृत भूमिका ये है कि मुख्यमंत्री हमारी महायुति का बनेगा. मुख्यमंत्री महायुति के नेता बीजेपी के नेताओं के साथ बैठकर जो तय करेंगे वो बनेगा. मुख्यमंत्री महायुति का ही होगा.