* शिंदे गुट का भी प्रभाव नहीं
मुंबई/दि.12 – अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव की अधिसूचना कल जारी होगी और नामांकन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी. शिवसेना उद्धव गुट ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है. कांग्रेस और राकांपा भी उसके साथ है. ऐसे में भाजपा ने भले ही मुरजी पटेल को उम्मीदवार लगभग घोषित कर दिया. किंतु मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के नेताओं ने अंदरुनी तौर पर यह उपचुनाव न लडने की सलाह वरिष्ठजनों को दी है. उनका कहना हैं कि, पराभव हुआ तो मुंबई मनपा के प्रतिष्ठापूर्ण-अतिमहत्वपूर्ण चुनाव पर इसका बुरा असर पड सकता है. बाकायदा आंकडे देकर भाजपा को चुनाव लडने से रोकने की कोशिश पार्टी के ही कुछ नेता करने की बात खबर में कहीं गई है.
* शिंदे गुट का असर नहीं
शिवसेना ने यहां के दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को उम्मीदवारी घोषित की है. अंधेरी क्षेत्र में लटके का काम है. शिवसेना की भी पकड मजबूत है. इसी बगल की सीट से आदित्य ठाकरे विधायक है. जबकि एकनाथ शिंदे गुट का यहां अधिक प्रभाव नहीं माना जा रहा. शिवसेना के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्मान सेना को साथ लेने पर भी कांग्रेस और शिवसेना के कुल वोट से पार पाना आसान नहीं होने की बात भाजपाइ कर रहे हैं. भाजपा के अंतर्गत सर्वेक्षण में भी यह उपचुनाव जीतना सरल नहीं होने की रिपोर्ट आयी है. जिससे वरिष्ठ नेताओं से यह चुनाव न लडने की सलाह दी गई है. आज बुधवार को भाजपा कोर कमिटी की बैठक में अंतिम निर्णय होने की संभावना हैं.
* 2019 की वोट संख्या
शिवसेना -62773
भाजपा – 45808
कांग्रेस – 27951
शिवसेना और कांग्रेस कुल वोट – 90724
* ऋतुजा लटके को शिंदे गुट में लाने की कोशिश
इस बीच ताजा खबर यह भी है कि, दिवंगत विधायक की पत्नी ऋतुजा लटके को एकनाथ शिंदे गुट में लाने के प्रयास हो रहे है. वे मुंबई मनपा में अधिकारी है. उनका त्यागपत्र गत एक माह से मंजूर नहीं हुआ है. जिसके कारण उनके नामांकन भरने को लेकर चर्चा चल रही है. इस बीच राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने भी श्रीमती लटके को शिंदे गुट में शामिल करने के प्रयत्नों पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि, ऐसे से अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा के विरुद्ध कोई भी प्रत्याशी खडा नहीं होगा. पाटील ने आरोप लगाया कि, शिवसेना के उम्मीदवार को साम-दाम-डंड-भेद सभी प्रकार से अपनी ओर लेने का प्रयास कहां तक योग्य है?