मुंबई दि.15 – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे नाम पर मंत्रालय में बोगस भर्ती होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें पता चला है कि, सीधे मंत्रालय से इस फर्जी भर्ती के रैकेट को सीधे मंत्रालय से ही चलाया जाता था और मंत्रालय के कुछ कर्मचारी ही लिपिक भर्ती के इस फर्जी भर्ती रैकेट में शामिल थे. इस मामले में गोवंडी पुलिस थाने में मंत्रालय के एक कर्मचारी सहित 3 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. शिकायत के मुताबिक गोवंडी में रहने वाले एक युवक के साथ 7 लाख रुपए से अधिक की जालसाजी की गई थी. जिसे पूर्व सामाजिक न्यायमंत्री धनंजय मुंडे के नाम का प्रयोग करते हुए नियुक्ति आदेश का बनावटी पत्र दिया गया था. इस मामले में निखिल मालवे, शुभम मोहिते व नीलेश कुडतरकर के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए निखिल मालवे को हिरासत में लिया गया है. वहीं दूसरी ओर इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे का कहना रहा कि, वे आरोपियों में से किसी को भी नहीं जानते और उनका इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है.