इलेक्ट्रीक वाहन तो खरीद लिया, दुरुस्ती को लेकर टेंशन
अमरावती/दि.17– विगत दो वर्षों के दौरान जिले में सडकों पर इलेक्ट्रीक वाहनों की भीडभाड बढ गई है. ऐसे वाहन नादुरुस्त होने पर उन्हें दुरुस्त करने हेतु शोरुम में ही ले जाना पडता है. वहीं वारंटी खत्म हो चुके इलेक्ट्रीक वाहनों की दुरुस्ती हेतु मैकेनिकों की एक तरह से किल्लत है, क्योंकि अब तक शहर में इलेक्ट्रीक वाहनों के दुरुस्ती केंद्र ही नहीं खुले है.
* रुख्मिणी नगर में चार्जिंग स्टेशन
एक दुपहिया कंपनी द्वारा रुख्मिणी नगर में चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया गया है. परंतु इलेक्ट्रीक वाहनों की संख्या के तुलना में वह चार्जिंग स्टेशन काफी हद तक अपर्याप्त है.
* स्पेअर पार्ट मिलने की भी दिक्कत
ई-बाइक के स्पेअर पार्ट भी दुकानों में उपलब्ध नहीं रहने के चलते ऐसे वाहनों को कोई खराबी आने पर दुरुस्ती हेतु शोरुम में ही ले जाना पडता है, या फिर ऐसे वाहनों के स्पेअर पार्ट ऑनलाइन मंगवाने पडते है.
* मैकेनिकों की भी दिक्कत
इलेक्ट्रीक वाहनों की दुरुस्ती हेतु विशेषज्ञ मैकेनिकों की भी किल्लत है. ऐसे में इलेक्ट्रीक वाहनों में कोई दिक्कत या खराबी आने पर उन्हें किसी आम गैरेज में नहीं ले जाया जा सकता, बल्कि सीधे शोरुम का ही रास्ता पकडना पडता है. उल्लेखनीय है कि, शहर में गैरेज चलाने वाले मैकेनिकों के पास पेट्रोल व डिझल से चलने वाले वाहनों की दुरुस्ती का कौशल्य तो है, परंतु इलेक्ट्रीक वाहनों में आयी खराबी को दूर करने का प्रशिक्षण उन्हें अब तक प्राप्त नहीं हुआ है.