महाराष्ट्र

युजीसी टाईम टेबल के संबंध में स्पष्टता लाए

विद्यापीठ, महाविद्यालय में संभ्रम

  • शैक्षणिक असमतोल निर्माण होगा

    पुणे/दि.२३ – विद्यापीठ अनुदान आयोग द्वारा प्रसिध्द किए गये शैक्षणिक टाईमटेबल के कारण विद्यापीठ व महाविद्यालय में संभ्रम का वातावरण निर्माण हुआ है. शहर के प्रसिध्द महाविद्यालय ने सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ के निर्देशानुसार प्रथम वर्ष की ऑनलाईन क्लास शुरू की है. परंतु ग्रामीण व निम शहरी क्षेत्र में महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई.परिणाम स्वरूप शैक्षणिक असमतोल निर्माण होगा. यूजीसी टाईमटेबल के संबंध में अधिक स्पष्टता लाए. ऐसा मत विशेषज्ञ की ओर से व्यक्त किया जा रहा है.
    कुछ संलग्न महाविद्यालय ने अगस्त-सितंबर से प्रथम वर्ष की ऑनलाइन क्लास शुरू की है. जिसके कारण विद्यापीठ इस संबंध में मार्गदर्शन करे, ऐसी मांग प्राचार्य की ओर से की जा रही है. कुछ महाविद्यालय ने प्रथम वर्ष की ऑनलाइन क्लास शुरू की है. १ नवंबर तक पहले सत्र में अधिकांश पाठ्यक्रम पूरा किया है. किंत ु१ नवंबर से शैक्षणिक वर्ष शुरू करने पर अन्य महाविद्यालय का पाठ्यक्रम पीछे रहेगा. विद्यापीठ को अधिकार मंडल में चर्चा करके इस संबंध में निर्णय लेना पड़ेगा, ऐसा विशेषज्ञों ने बताया.

    यूजीसी ने प्रसिध्द किए गये २०२०-२१ इस शैक्षणिक टाईमटेबल की पाश्र्वभूमि पर विद्यापीठ ने प्रथम वर्ष का शैक्षणिक वर्ष शुरू करने के संबंध में अधिकार मंडल में चर्चा कर निर्णय लेना चाहिए.
    प्रा.नंदकुमार निकम, ज्येष्ठ शिक्षातज्ञ

    नया टाइम टेबल घोषित करने के कारण समस्या निर्माण हो गई है.जिसके कारण महाविद्यालय में शैक्षणिक असमतोल निर्माण हो सकता है.
    डॉ.अशोक चासकर,
    पूर्व अधिष्ठाता, सावित्रीबाई फुले,
    पुणे विद्यापीठ

युजीसी ने प्रसिध्द किए गये शैक्षणिक टाइम टेबल व्यवसायिक व अव्यावसायिक इन दोनों पाठ्यक्रम के लिए है क्या? इस संबंध में अधिक स्पष्टता होने की आवश्यकता है.
डॉ.पराग कालकर,
अधिष्ठाता, वाणिज्य व व्यवस्थापन,विद्याशाखा,सावित्रीबाई फुले,
पुणे विद्यापीठ

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