मुंबई/दि.२८ – एक आम की कीमत करीबन 10 हजार रुपए यानि एक लाख बीस हजार रुपए के एक दर्जन. इस कीमत को जानने के बाद कोई भी आश्चर्य ही करेगा,लेकिन इस रकम से किसी की पढ़ाई का सपना पूर्ण होता होगा तो मुंबई के एक मराठी उद्योजक ने यह विचार कर 10 हजार रुपए मेंं एक आम के हिसाब से बारह आम खरीद लिये. इसमें से मिली रकम के कारण एक बच्ची की पढ़ाई हो सकेगी.एँड्राइड स्मार्टफोन खरीदकर वह बच्ची पांचवीं की ऑनलाइन पढ़ाई में सहभागी होने वाली है. यह बच्ची है जमशेदपुर की तुलसी और उद्योजक हैं व्हॅल्युबल एज्युटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के अमेय हेटे.
कोरोना के संकट में लॉकडाउन के कारण फिलहाल अनेकों का जीना कठिन हो गया है. बावजूद इसके कुछ लोग परिस्थिति का सामना कर रहे हैं. जमशेदपुर के बागुनाधू क्षेत्र में रहने वाली 12 वर्षीय तुलसी कुमारी कक्षा 5 वीं की पढ़ाई कर रही है. यहां के किन्नान स्टेडियम के पास रविवार को वह आम बेच रही थी. लॉकडाऊन के कारण सुनसान पड़े रास्तों पर आम बेचने वाली इस अकेली बच्ची की एक स्थानीय पत्रकार ने उत्सुकतावश सहज जांच की. तब तुलसी ने उसके संघर्ष की कहानी बयां करते हुए बताया कि आम बेचकर उसे पांच हजार रुपए कमाने है. मोेबाइल फोन नहीं होने के कारण मेरी ऑनलाइन पढ़ाई रुक गई है. उसने बताया कि पैसे जमा होते ही पढ़ाई के लिए एँड्राइड मोबाइल फोन खरीदेेगी.
उसके संघर्ष की कहानी सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर में व्हायरल हुई. जिस पर उसकी इस जीद को सभी ने सलाम किया.
व्हॅल्युबल एज्युटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के व्यवस्थापकीय संचालक अमेय हेटे ने तुलसी के प्रति सिर्फ सदभावना व्यक्त न करते हुए उसकी टोकरी का एक आम 10 हजार रुपए के हिसाब से एक दर्जन आम एक लाख 20 हजार रुपए में खरीद लिये. यह रकम उन्होंने उसके पिता के बैंक खाते में जमा करवाये.
लॉकडाऊन के कारण मेरे पिता की नौकरी चले जाने से परिवार पर आर्थिक समस्या के बादल मंडराने लगे. फिलहाल स्कूल की ऑनलाइन पढ़ाई शुरु है. लेकिन एँड्राइड फोन न होने के कारण मेरी पढ़ाई नहीं हो पा रही थी. इसलिए पैसे कमाने के लिये मैंने आम बेचने की शुरुआत की थी और मेरा सपना पूरा हुआ. अब मैं रोज ऑनलाइन कक्षा में सहभागी हो रही हूं.
– तुलसी कुमारी