मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर गांजे की खेती जोरशोर से
जलगांव सहित धुले पुलिस परेशान

जलगांव /दि.27– जिले के चोपडा तहसील में मध्यप्रदेश की सीमा पर कार्रवाई के लिए गई पुलिस ने हमले होने की घटना घटित होने पर गावठी बंदूक की निर्मिति और तस्करी का मामला प्रकाश में आया. पश्चात सीमावर्ती इलाके में बढती गांजे की खेती ने अब सभी का ध्यान केंद्रीत किया है. करोडों के कारोबार वाली इस खेती के बाजार पर रोक लगाने के लिए जलगांव सहित धुले जिले की पुलिस परेशान हो गई है.
मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर सतपुडा पहाडों की कतार और घने जंगल है. इस भौगोलिक परिस्थिति का फायदा लेकर अवैध शस्त्र सहित मादक पदार्थ की तस्करी के मामले दोनों राज्यों की सीमा पर लगातार जारी रहते है. विशेष रुप से मध्यप्रदेश में ऐसे मामलों की तरफ ज्यादा ध्यान न दिये जाने से इसके परिणाम महाराष्ट्र के जलगांव सहित धुले जिले मेें दिखाई देते है. जलगांव जिले के चोपडा तहसील में विशेषकर सतपुडा पहाडियों से सटे गांव में खुलआम गांजे की खेती करने के मामले दिनोंदिन बढते जा रहे है. सनसनीखेज बात यह है कि, शासन की तरफ से उपजीविका के लिए मिली वन जमीन पर भी गांजे की खेती की जाती है.
* दोषियों पर कार्रवाई जारी
मध्यप्रदेश की सीमा पर चोपडा तहसील में गांजे की खेती करने के मामले अधिक दिखाई देते है. इस बाबत जानकारी मिलते ही छापा मारकर एनडीपीएस के तहत दोषी पर तत्काल कार्रवाई की जाती है.
– डॉ. महेश्वर रेड्डी,
एसपी जलगांव.
* दो साल में सवा दो करोड रुपए का माल जब्त
– खेती में अंतर पीक के रुप में गांजे की बुआई करने के बाद उससे मिलने वाली आय को नशे के बाजार में 5 से 6 हजार रुपए किलो का भाव आसानी से मिलता है. इतना अच्छा खेती से उत्पादित होने वाली अन्य किसी भी फसल को कम कालावधि में अथवा कम खर्च में नहीं मिलते. इस कारण चोपडा तहसील के मध्यप्रदेश की सीमा पर खेती करने वाले अनेक किसान गांजे की खेती की तरफ जाने लगे है.
– पुलिस अधीक्षक कार्यालय की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक जलगांव की अपराध शाखा सहित चोपडा ग्रामीण पुलिस ने दो साल में गांजे का उत्पादन लेने के साथ गांजा रखने के प्रकरणों में 112 कार्रवाई कर करीबन 2 करोड 10 लाख 98 हजार रुपए का माल जब्त किया है.
– जलगांव जिले की 47 बडी कार्रवाई में केवल चोपडा तहसील की 38 कार्रवाई का समावेश है.