कार निर्माताओंं को वाहनों में लगाना होगा फ्लेक्स -फ्यूल इंजन
पुणे में उड़ान पुल के भूमिपूजन पर बोले केन्द्रीय मंत्री गडकरी
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अगले तीन से चार महिने में जारी होगा आदेश
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इससे पेट्रोल की बजाय इथेनॉल का हो सकेगा इस्तेमाल
मुंबई/दि.२५ – केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री काफी समय से भारतीय परिवहन क्षेत्र के लिए बायो-फ्यूल (जैव-ईंधन) पर चलने वाले वाहनों पर जोर दे रहे हैं. शुक्रवार को भी पुणे में नितीन गडकरी ने ऐलान किया कि देश में जल्द ही फ्लेक्स-फ्यूल इंजन के लिए एक नीति होगी. देश में कार निर्माताओं के लिए वाहनों में फ्लेक्स फ्यूल इंजन लगाना अनिवार्य कर दिया जाएगा. अगले तीन से चार महिनो मेंं बायो-फ्यूल पर चलनेवाले वाहनों के लिए आदेश जारी किए जायेंगे. इससे वाहनों में पेट्रोल की बजाय इथेनॉल का इस्तेमाल किया जा सकेगा.
गडकरी ने पुणे में सिंहगड मार्ग पर नए उड़ानपुल का भूमिपूजन किया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी मौजूद थे. गडकरी ने कहा कि आनेवाले समय में बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, टाटा और महिंद्रा जेसी कार उत्पादक कंपनियों को अपने वाहनों मेें फ्लेक्स फ्यूलÓ इंजन बनाना पडेगा. इससे ग्राहक वाहनों में अपनी पसंद के अनुसार शत प्रतिशत इथेनॉल का इस्तेमाल कर सकेंगे.
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मेरी इच्छा है पेट्रोल और डीजल का बंद हो जाए इस्तेमाल
गडकरी ने कहा कि मेरी इच्छा है कि मेरे जीवनकाल में देश में वाहनों में पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल बंद हो जाए. गडकरी ने कहा कि ब्राजील में मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू समेत कई कंपनियों के ब्रांड हैं. वहां पर वाहनों में शत प्रतिशत पेट्रोल अथवा शत प्रतिशत इथेनॉल के इस्तेमॉल की अनुमति है. पेट्रोल की कीमत ११० रूपये प्रति लीटर है. जबकि इथेनॉल प्रति लीटर ६५ रूपये में मिलता है. गडकरी ने कहा कि पश्चिम महाराष्ट्र में गन्ना उत्पादन अधिक होता हैे. लेकिन चीनी कारखानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. अगर चीनी कारखानों में गन्ने से शक्कर के बजाय इथेनॉल तैयार किया जाए तो इसका उपयोग वाहनों के लिए हो सकेगा. पुणे समेत पश्चिम महाराष्ट्र में अंचल में प्रदूषण में भी कमी आएगी.
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एसटी की टिकट दर पर कर सकेंगे ब्रॉड गेज मेट्रो में सफर
गडकरी ने कहा कि पश्चिम महाराष्ट्र के जिलों को एक दूसरे से जोडऩे के लिए ब्रॉड गेज मेट्रो परियोजना शुरू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुणे से बारामती, कोल्हापुर, सोलापुर, अहमदनगर, लोनावाला के लिए अलग-अलग ब्रॉड गेज मेट्रो शुरू की जा सकती है. ब्रॉड गेज मेट्रो परियोजना शुरू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुणे से बारामती, कोल्हापुर, सोलापुर, अहमदनगर, लोनावाला के लिए अलग-अलग ब्रॉड गेज मेट्रो शुरू की जा सकती है. ब्रॉड गेज मेट्रो के टिकट की कीमत एसटी के टिकट दर जितनी पड़ेगी. ब्रॉड गेज मेट्रो प्रति घंटा १४० किमी का सफर तय कर सकती है. गडकरी ने कहा कि इस साल ४० हजार करोड रूपये की लागत से पुणे-बंगलूरू नया एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है. हम एक्सप्रेस-वे बनाते है लेकिन सड़को के किनारे की जमीन नेता खरीदने है. इससे बेहतर है कि सरकार के संबंधित प्राधिकरण जमीन खरीद ले और पुणे-बंगलुरू एक्सप्रेस-वे के किनारे नया पुणे शहर तैयार करें.
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फ्लेक्स-फ्यूज इंजन से कई तरह के ईंधन से चल सकेगी कार
फ्लेक्स इंजन क्या होते हैं?
फ्लेक्स फ्यूल वाहनों के टैंक में कई तरह के र्इंधन डाल सकते है. वाहन को पेट्रोल, पेट्रोल व एथेनॉल के किसी भी अनुपात में होनेवाले मिश्रण या शुध्द एथेनॉल से चलाया जा सकता है. इसके लिए पेट्रोल इंजन में फ्यूल पंप और कंट्रोल मॉड्यूल में बदलाव किया जाता है.
इन इंजन के प्रयोग में आने से क्या फायदा होगा?
इस इंजन में उपयोग होनेवाले एथेनॉल मिश्रिम पेट्रोल की कीमत -६०-६२ रूपये लीटर होगी. यानी प्रति लीटर ३५-४० रूपये की बचत जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटेगी और देश में प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी.
अभी पेट्रोल में कितना एथेनॉल मिलाया जाता है ?
भारत में अधिकांश राज्यों में अभी पेट्रोल में ० से ५ प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता है. कई राज्यों में १० प्रतिशत तक मिलाया जा रहा है. सरकार ने अगले दो साल में २० प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित ईंधन का लक्ष्य रखा है. बाद में १०० प्रतिशत एथेनॉल से चलनेवाले वाहनों को बढा़वा दिया जाएगा.
किन देशों में फ्लेक्स इंजन पहले से है?
ब्राजील, अमेरिका, कनाडा और यूरोप में ऐसे वाहन काफी प्रचलन में है. ब्राजील में ऐसे वाहनों की संख्या ८० फीसदी पर पहुंच गई है.
फ्लेक्स-फ्यूल इंजन से गाडिय़ां महंगी हो जाएंगी?
इससे वाहनों की लागत बढेगी. लेकिन बढोतरी कितनी होगी अभी तय नहीं है. हाल ही में बीएस ४ से बीएस ६ में कन्वर्ट करने का असर ऑटो कंपनियों पर पड़ा है. इंजन और तकनीक में कोई भी बदलाव ऑटो कंपनियों और ग्राहको पर वित्तीय भार बढ़ाएगा. हालाकि,ईंधन की कीमत कम होगी तो लॉन्ग टर्म में फायदा होगा.
विंकेश गुलाटी, प्रेसिडेंट, फाडा