ऑर्किड सिटी इंटरनेशनल स्कूल में रंगारंग रहा कार्निवल
छात्रों ने एक से बढकर एक दी प्रस्तुतियां

अमरावती/दि.26-ऑर्किड सिटी इंटरनेशनल स्कूल में 2025-26 के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 24 अप्रैल गुरुवार को ऑर्किड सिटी इंटरनेशनल स्कूल में हर्षोल्लास के साथ कार्निवल प्रोग्राम का आयोजन संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन अमरावती में गया किया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती पूजन, सरस्वती श्लोकों द्वारा किया गया. प्रकाशमय, जगमगाहट के साथ पसायदान का गायन कर पवित्र वातावरण का निर्माण किया गया. मुख्य अतिथि प्रतापराव देशमुख, सुनंदा देशमुख, ममता ठाकरे, अशोक ठाकरे, गौरी देशमुख, अंगद देशमुख का स्वागत प्रिंसिपल वर्षा राठोड द्वारा शाल देकर किया गया. इसके पश्चात स्कूल की वार्षिक संकल्पना ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का उद्घाटन किया गया. यह सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्रों की प्रतिभा और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक ऐसा मंच है जहाँ छात्र अपनी साहितिक, सांस्कृतिक और खेल प्रतिभा का भव्य प्रदर्शन करते हैं.
विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम में विश्व एक परिवार वार्षिक थीम को दर्शाने हेतु ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा को स्पष्ट किया गया. शुरुआत में स्कूल के नन्हें बाल कलाकारों प्री-प्रायमरी, प्रायमरी के छात्रों ने भाई बहन माँ -बेटे, पिता – बेटी के रिश्तो पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और खेल गतिविधियों को प्रस्तुत किया. माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक के छात्रों ने अफ्रिकन नृत्य, फिलीपिंस नृत्य, टर्किश नृत्य, सालसा नृत्य, तथा भारतीय संस्कृति एसे अनेक सांस्कृतिक नृत्य श्रृंखला के साथ प्रत्येक राष्ट्र की महत्ता को दर्शाने व एकजुट की भावना निर्माण के साथ ‘विश्व एक परिवार’ की संकल्पना का सार स्पष्ट गया.
एक संक्षिप्त नाटिका में स्त्री सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया गया. संगीत गायन व वाद्य यंत्रों दोनों ही प्रकारों का धमाकेदार सुरों से सम्पूर्ण भवन गूंज उठा था. निरंतर तालियों की गूंज होती रही और अतिथियों का उत्साह बना रहा पालक समूह अत्यंत हर्षित होते हुए कार्यक्रम का आनंद लेते रहे. इस भव्य कार्यक्रम का संचालन प्रीता दाभाडे एवं वैशाली ठाकरे इन अध्यापिकाओं व छात्र साहिल शेद्रे, स्वराज खंडारे, धनश्री खंडारे, अफिहा मरियम ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में शाला की सभी शिक्षक शिक्षिकाओं शाला के कर्मचारयों ने सहभाग दिया. आभार प्रदर्शन अश्विनी मेश्राम द्वारा किया गया.