मामला : बाघ के हमले में वृध्द की मृत्यु का
वनाधिकारी पर हमला करनेवाले 5 आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज
भंडारा/ दि. 29- सातखेडा में एक वृध्द पर बाघ ने हमला किया जिससे उसकी मृत्यु हो गई. ऐसी जानकारी मिलते ही ड्यूटी पर तैनात वनाधिकारी पर गुस्से में आकर वहां के नागरिकों ने हमला कर दिया. इस हमले में सहायक वनरक्षक नागुलवार तथा वनपाल वावरे यह गंभीर रूप से घायल हो गए. वनाधिकारी पर हमला करनेवाले तथा शासकीय काम में अडचन डालनेवाले 5 आरोपियों के खिलाफ पवनी पुलिस स्टेशन में अपराध दर्ज हुआ हुआ है.
मुन्ना तिघरे( रा. रेवनी), शितपुरा काटेखाये, रवि खातकर, राजकुमार काटेखाये, हिवराज मोटघरे सभी सातखेडा निवासी ऐसे अरोपी के नाम है. पवनी तहसील के गुडेगाव ओर खातखेडा परिसर में विगत कुछ दिनों से बाघ की दहशत मची थी. एक घायल बाघ मनुष्य और पालतू जानवरों पर हमला कर रहा था. वह घायल होने के कारण शिकार की खोज कर रहा था. उसमें बकरियां चराने के लिए जानेवाले ईश्वर मोटघरे पर बाघ ने हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई. यह घटना 28 जून की सुबह घटी. कुछ दिन पूर्व इसी बाघ ने गुुडेगांव में एक बछडे का भी शिकार किया था तथा दो जानवरों का भी शिकार किया था. जिसके कारण बाघ के हमले की जानकारी मिलते ही गांव के और परिसर के नागरिकों ने घटनास्थल पर जाकर भीड लगाई.
इस दौरान इस घटना की जानकारी मिलते ही सहायक वनरक्षक नागुलवार सहित वनपाल गुप्ता, वावरे और बीट रक्षक संगीता घुगे यह घटनास्थल पहुंचे. उस समय सातखेडा गांव के 10-15 नागरिक उपस्थित थे. जिस व्यक्ति पर बाघ ने हमला किया. उस स्थान का मुआयना कर खातखेडा गांव के साधारण 100 से 150 नागरिक घटनास्थल पर आए. ग्रामवासियों ने वनाधिकारियों को घटनास्थल पर जाने से रोककर गाली गलौच की.
सहायक वनसंरक्षक नागुलवार नागरिकों की भीड से बाते करते करते एक नागरिक मुन्ना तिघरे ने लोगों को भडकाकर कहा फारेस्ट वालों को मारो जिसमें शितपुरा काटेखाए, रवि खातकर, राजकुमार काटेखाए, हिवराज मोटघरे ने नागुलवार व वनपाल वावरे को लातों घूंसों से मारा. जिससे गंंभीर रूप से घायल नागुलवार को उपचार के लिए भर्ती किया गया. बीट रक्षक संगीता घुगे की शिकायत पर से वनाधिकारी को बेदम मारपीट करनेवाले और शासकीय काम में अडचन निर्माण करनेवाले पर अपराध दर्ज किया गया.