मुंबई/दि.12 – देश में जातिनिहाय जनगणना करना मौजूदा समय की जरूरत है. इस आशय का प्रतिपादन केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले द्वारा किया गया है. गत रोज विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष्य में मीडिया के साथ संवाद साधते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने जातिनिहाय जनगणना किये जाने की मांग उठायी.
इस समय उन्होंने कहा कि, इस जनगणना का किसी भी धर्म के साथ संबंध न जोडा जाये, लेकिन यदि देश में जातिनिहाय जनगणना की जाती है, तो इसकी वजह से समाज के प्रत्येक घटक को मदद मिल सकेगी. साथ ही साथ देश में किस जाति की कितनी जनसंख्या है, इसकी भी जानकारी प्राप्त हो सकेगी. इसके अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने यह भी कहा कि, जो लोग आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से पिछडे हुए है, उन्हें आरक्षण दिये जाने की जरूरत है. ऐसे में जरूरत पडने पर सामाजिक न्याय के लिए 50 फीसदी आरक्षण की अधिकतम सीमा को भी पार करने में आगा-पीछा नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि, वे इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके है और जल्द ही जनगणना आयोग के साथ ही चर्चा करनेवाले है.