महाराष्ट्र

राज्य की स्कूलों के लिए चलाए जाएगा सीबीएसई पैटर्न

मुख्यमंत्री की बैठक में निर्णय

* शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने दी जानकारी
मुंबई/दि.15-मुुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा मंत्रालय के सभी विभागों के लिए आगामी 100 दिनों के कामकाज का जायजा लिया जा रहा है. राज्य की स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न को अपनाकर उसमें राज्य की तरह आवश्यक बदल करने संबंध में भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है. शालेय शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने इस बारे में जानकारी दी. शिक्षाा विभाग ने गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए कदम उठाने के निदद्रश भी मुख्यमंत्री ने दिए है.
राज्य के शालेय शिक्षा विभाग द्वारा 100 दिनों का प्रारूप प्रस्तुत किया गया. बैठक में सीएम ने कुछ सुझाव दिए है. इसके अनुसार राज्य की स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न चलाकर उसमें आवश्यक बदल करने के बारे में मुख्यमंत्री फडणवीस ने निर्देश दिए. शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने भी इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि, राज्य की तर्ज पर आवश्यक बदल करना, स्कूलोें को गुणवत्ता नुसार रैंकिंग देना, एक केंद्र में कम से कम स्कूल में दसवीं तक शिक्षा व्यवस्था निर्माण कर उन शाला को आदर्श तथा इसमें से एक कक्षा को स्मार्ट कक्षा की जाएगी. इसलिए राज्य में सरकारी व अनुदानित शालाओं में सुधार करने पर अगले 100 दिनों में सरकार द्वारा जोर दिया जा रहा है. केंद्रीय शिक्षा प्रणाली को भी जरूरत के अनुसार लागू किया जाएगा.
जारी वर्ष में कक्षा पहली में सीबीएसई पैटर्न के बारे में विचार किया जा रहा है, अगले चरा में सीबीएसई पैटर्न की अच्छी बातों पर अमल किया जाएगा. सभी स्कूलों में आने वाले समय में राष्ट्रगीत के बाद राज्यगीत गाने के लिए अनिवार्य किया जाएगा, ऐसा दादा भुसे ने बताया. राज्य के अनेक स्कूलों में इस पर अमल होता दिख नहीं रहा है. इसलिए आने वाले समय में इस पर सख्ती की जाएगी. मराठी भाषा प्रत्येक शाला में सीखाना अनिवार्य है, ऐसा मंत्री भुसे ने बताया. संविधान के अमृत महोत्सवी वर्ष निमित्त छात्रों को संविधानिक मूल्य सीखाने पर जोर दिया जाए, स्कूली छात्रों में गुणवत्ता है. छात्रों को अध्यापन कराने वाले उत्कृष्ट शिक्षक बडी संपत्ति है. उनका अन्यों के लिए आदर्श के रूप में उपयोग करें. पूर्व प्राथमिक शिक्षा का पंजीयन कर उन्हें संपूर्ण जानकारी व मार्गदर्शन देकर प्रमाणपत्र दिया जाए. और इस प्रमाणपत्र को दर्शनीय स्थान पर लगाने की शर्त अनिवार्य की जाए.

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