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नागपुर /दि. 5– विगत 10 माह के दौरान फर्जी इनपूट टैक्स क्रेडीट (आईटीसी) के जरिए एक कंपनी केंद्रीय वस्तु व सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग के साथ 5.96 करोड रुपयों की जालसाजी की है. तथा 5.96 करोड रुपयों का लाभ लेकर संबंधित कंपनी के संचालक फरार हो गए. जीएसटी विभाग के अधिकारी जब जांच के लिए उक्त कंपनी के पत्ते पर पहुंचे तो उन्हें वहां पर एक घर के अलावा और कुछ भी नहीं मिला. ऐसे में अब कंपनी के ठकबाज संचालकों की खोजबीन की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक 15 जनवरी को स्वस्तिक ट्रेडर्स नामक एक कंपनी का सीजीएसटी विभाग में पंजीयन हुआ था. जिसके बाद कंपनी ने फर्जी बिलों के आधार पर जाली इनपुट टैक्स क्रेडीट जारी की है. जांच के बाद इस मामले को लेकर सीजीएसटी विभाग के अधिकारियों को शंका हुई. लेकिन तब तक कंपनी द्वारा सीजीएसटी विभाग को करोडो रुपए का चूना लगा दिया गया था. विशेष उल्लेखनीय है कि, किसी कंपनी द्वारा जाली आईटीसी के लिए आवेदन करते हुए करोडो रुपए वसूल करने का यह कोई पहला मामला नहीं है. बल्कि इससे पहले भी कई लोगों ने फर्जी कंपनियां स्थापित कर सीजीएसटी विभाग को करोडों रुपयों का चूना लगाया है. इसके बावजूद सीजीएसटी विभाग द्वारा इसे लेकर आवश्यक सावधानी नहीं बरती गई और जब तक यह नया मामला समझ में आता तब तक स्वस्तिक ट्रेडर्स नामक कंपनी के संचालकों द्वारा सीजीएसटी विभाग को करोडों रुपयों का चूना लगाया जा चुका था. ऐसे में अब सीजीएसटी विभाग द्वारा इसकी शिकायत नागपुर शहर पुलिस से की गई है और नागपुर शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा मामले की जांच की जा रही है.