शहीद दिलीप ओझरकर को चंद्रकांत पाटिल ने दी श्रद्धांजलि
परिजनों को पांच लाख की सहायता समेत बच्चे के शैक्षणिक पालकत्व की घोषणा
पुणे/दि.16– पुणे के भवानीपेठ के जवान दिलीप बालासाहब ओझरकर यह कारगील से लेह अभियान पर जा रहे थे तब सफर के दौरान शहीद हो गए. शुक्रवार को पालकमंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल ने भवानीपेठ पहुंचकर दिलीप ओझरकर की प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया. साथ ही परिजनों को सांत्वना दी.
इस अवसर पर ओझरकर परिवार को तत्काल 5 लाख की सहायता समेत बच्चों के शैक्षणिक पालकत्व की घोषणा की. शहीद जवान दिलीप ओझरकर यह पुणे के भवानीपेठ के भवानी माता मंदिर परिसर में रहते थे. 15 अप्रैल 2004 को वह भारतीय सेना में भर्ती हुए. डेढ से दो वर्ष पूर्व ही वे सेवानिवृत्त हुए थे. लेकिन बचपन से ही देशसेवा की इच्छा रखनेवाले फिर से समयावधि बढाना पसंद किया. इसके मुताबिक उन्हें अवसर मिलने के बाद कारगील से लेह अभियान के लिए जाते समय 3 सितंबर को दोपहर में उनके वाहन की दुर्घटना हो गई. इस दुर्घटना में दिलीप ओझरकर शहीद होने की जानकारी उनके परिजनों को दी गई. 5 सितंबर को शासकीय सम्मान के साथ उनके अंत्येष्टि की गई.
शुक्रवार को पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने ओझरकर के भवानीपेठ निवासस्थान पहुंचकर दिलीप ओझरकर को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही परिवार के सदस्यों को सांत्वना देते हुए तत्काल 5 लाख रुपए की सहायता कर दोनों बच्चों के शैक्षणिक पालकत्व की घोषणा की. ओझरकर को अभिवादन करते हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि दिलीप ओझरकर ने सेना में भर्ती होने के बाद मिले कार्यकाल में काफी समर्पित होकर देशसेवा की. बचपन से देशसेवा के लिए समर्पित रहने के कारण सेवानिवृत्ति के बाद भी फिर से सेना में काम करना ही पसंद किया. उनका आदर्श प्रत्येक युवाओं ने लेना चाहिए. उनके जैसे समर्पित देशभक्त के प्रति पुणे के सभी नागरिकों को अभिमान है.