महाराष्ट्र

बोर्ड बदलोगे, या दूकान के कांच, तय कर लो

मराठी बोर्ड का विरोध करनेवाले व्यापारियों को मनसे की धमकी

मुंबई/दि.14- दो दिन पूर्व राज्य की महाविकास आघाडी सरकार ने राज्य की सभी छोटी-बडी दुकानों के बोर्ड मराठी भाषा व देवनागरी लिपी में ही लिखे जाने से संबंधित आदेश जारी किया था. जिसके बाद फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेअर एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन शाह ने इसके खिलाफ आवाज उठाते हुए इस फैसले का विरोध किया था. ऐसे में इस फैसले का विरोध करनेवाले व्यापारियों को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा लगभग धमकानेवाले अंदाज में कहा गया है कि, दुकान का बोर्ड बदलने में ज्यादा खर्च आयेगा, या दुकान के कांच बदलने में अधिक खर्च होगा.
बता दें कि, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गत रोज ही सरकार के इस फैसले का विरोध करनेवालों के नाम चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि, महाराष्ट्र की भाषा मराठी है, जिसे देवनागरी लिपी में लिखा जाता है और यह लिपी सभी को बडी आसानी के साथ समझती है. ऐसे में यहां केवल मराठी ही चलेगी और यह बात हमें दुबारा याद दिलाने की जरूरत नहीं पडनी चाहिए. वहीं अब मनसे नेता संदीप देशपांडे ने ट्विट करते हुए बोर्ड अथवा कांच में से क्या महंगा पडेगा, यह सवाल पूछते हुए साफ अंदेशा दिया है कि, बहुत जल्द मनसे इस मामले को लेकर आक्रामक हो सकती है.
वहीं दूसरी ओर इस फैसले को लेकर अब शिवसैनिक भी ‘एक्शन मोड’ में आते दिखाई दे रहे है और सरकार द्वारा निर्णय दिये जाने के दूसरे ही दिन शिवसैनिकों ने सडक पर उतरकर दुकानदारों को इस संदर्भ में स्मरणपत्र देने शुरू कर दिये है. उल्लेखनीय है कि, शिवसेना कई दिनों बाद मराठी के मसले को लेकर सडकों पर उतर रही है

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