मुंबई/दि.6 – राज्य में कोरोना संक्रमण को देखत हुए इस वर्ष नदी, तालाब और समुद्र किनारे छठ पर्व नहीं मनाया जा सकेगा. राज्य सरकार व्दारा नागरिकों को सादगी पूर्ण रुप से घर में ही छट पूजा उत्सव मनाने का आग्रह किया है. इस वर्ष छठ पूजा स्थल पर किसी भी प्रकार का पंडाल नहीं लगाया जा सकेगा. इस वर्ष पवित्र छठ पर्व 9 नवंबर के सूर्यास्त से 10 नवंबर के दिन सूर्योदय तक मनाया जाएगा. छठ पूजा उत्सव मनाने को लेकर सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए है. छठ पूजा के लिए अनुमति नहीं दिये जाने पर विपक्षी दल भाजपा समेत कांग्रेस के उत्तर भारतीय नेताओं व्दारा भी नाराजगी जताई है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आदेश के अनुसार कोरोना के नियमावलि में शिथिलता दी गई है, मगर नागरिकों के बडे पैमाने पर इकट्ठा होने पर पाबंदी कायम है. इसी कारण सार्वजनिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन दरमियान कोरोना के नियमावलि का कडाई से पालन करना होगा. इस तहर के कार्यक्रमों का ऑनलाइन, केबल नेटवर्क और फेसबुक आदि के माध्यम से प्रसारण करना होगा. राज्य में मनपा, स्थानीय प्राधिकरण, जनप्रतिनिधियों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहकार्य से छठ पूजा के कार्यक्रम स्थल पर कृत्रिम तालाब का निर्माण करना होगा.