महाराष्ट्र

मुख्यमंत्री ने दिए लॉकडाउन बढ़ाने के स्पष्ट संकेत

कहा-जल्दबाजी में निर्णय लेना पड़ सकता है भारी

मुंबई/दि.२१ – महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की संख्या में लगातार कमी आती हुई दिखाई दे रही है. पिछले दो हफ्तों से लगातार कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या नए कोरोना केस से बहुत ज्यादा आ रही है. मुंबई तो बिल्कुल कोरोना संकट से मुक्त होने की राह पर जाता दिखाई दे रहा है. पिछले कई दिनों से मुंबई में नए केस डेढ़ हजार से भी कम आ रहे हैं. रिकवरी रेट 93 प्रतिशत तक पहुंच गया है. ऐसे में आशा की जा रही है कि शायद राज्य सरकार 1 जून के बाद लॉकडाउन हटाने से संबंधित कोई फैसला ले.
लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को जो इस सवाल का जवाब दिया है उससे लॉकडाउन हटने की आशा रखने वालों को शायद मायूसी होगी. मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि पिछली बार वाली गलती दोहराने से पहले वे दस बार सोचेंगे. पिछली बार कोरोना नियंत्रण में आने के बाद पूरी तरह से अनलॉक की प्रक्रिया तेज कर दी गई थी. इससे राज्य में पहले से भी ज्यादा तेजी से कोरोना फैल गया.
दरअसल मुख्यमंत्री आज ताउते चक्रवातीय तूफान के बाद हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को कोकण क्षेत्र के रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के दौरे पर हैं. रत्नागिरी में पत्रकारों से संवाद साधते वक्त जब उनसे ‘ब्रेक द चेन’ मुहिम और लॉकडाउन के संदर्भ में सवाल किए गए तो उन्होंने परिस्थिति देख कर विचार करने की बात कही और यह स्पष्ट किया कि पिछली बार अनलॉक की जल्दबाजी का उनका अनुभव ठीक नहीं रहा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस संदर्भ में काफी स्पष्टता से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, कोराना में कमी आ रही है. यह सही है. लेकिन इस संबंध में मैं कुछ बोलूंगा नहीं. पहली लहर का हमने तजुर्बा लिया है. पिछली बार भी हमें कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता मिली थी. लेकिन उसके बाद थोड़ी शिथिलता आ गई और कोविड चार गुना तेज गति से फैल गया. यानी ऐसा कहकर मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने का साफ है कि संकेत दे दिया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर का वायरस ज्यादा घातक और तेजी से फैला है. अगर प्रतिबंधों में ढिलाई दी गई तो इसका परिणाम पिछली बार जैसा हो सकता है. इसलिए इस बार जो फैसला लिया जाएगा वो परिस्थितियों का ठीक तरह से आकलन करने के बाद काफी सोच-समझ कर लिया जाएगा.

  • मोदी संवेदनशील है वे महाराष्ट्र की भी मदद करेंगे

इस दौरे के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने हवाई दौरा नहीं किया है मैं जमीनी दौरा कर रहा हूं. कोकण क्षेत्र में हुए नुकसान की भरपाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की भरपूर मदद की है. मोदी संवेदनशील हैं. इसलिए वे महाराष्ट्र की भी मदद करेंगे, ऐसा मुझे विश्वास है. आगे उन्होंने नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस पर हमलावर होते हुए कहा कि मैं नेता-प्रतिपक्ष नहीं हूं, इसलिए नाउम्मीद और हताश नहीं हूं.
आगे उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की क्षमता के अनुसार हमसे जितना हो सकेगा, हम करेंगे. पंचनामा पूर्ण होने के बाद नुकसान का अंदाजा लेकर हम मदद की घोषणा करेंगे. जब उनसे देवेंद्र फडणवीस द्वारा उठाए गए इस सवाल का जिक्र किया गया कि कोकण ने शिवसेना को आज तक भरपूर दिया है. कोकण शिवसेना का गढ़ रहा है. अब इतने बड़े नुकसान के बाद शिवसेना कोकण को क्या देगी? तो इस सवाल पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. कोकण और शिवसेना का नाता अटूट है. कितना भी संदेह और सवाल उठाए जाएं, यह रिश्ता कमजोर होने वाला नहीं है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि समुद्र किनारे बिजली की अंडरग्राउंड वायरिंग करने की जरूरत है. तूफान के वक्त समुद्रतटीय इलाके में रहने वाले कई लोगों को यहां से सुरक्षित दूसरी जगह ले जाना पड़ता है, ऐसे लोगों के लिए स्थाई समाधान ढूंढने की जरूरत है. हमें इसके लिए केंद्र से मदद की अपेक्षा है. उन्होंने कहा कि तूफान में आम, अन्य फलों के बागों का काफी नुकसान हुआ है. मछुआरों को बहुत नुकसान हुआ है. समुद्र तटीय इलाकों में रहने वालों का काफी नुकसान हुआ है. दो दिनों में इसकी रिपोर्ट आएगी जिस पर तुरंत निर्णय लूंगा. किसी को निराश नहीं करूंगा.

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