महाराष्ट्र

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किया तिरंगे का कथित अपमान?

कल के भाषण का स्क्रीन शॉट हुआ वायरल

मुंबई/दि. 9 – कोरोना संक्रमण कम होने की वजह से लॉकडाउन से जुड़े प्रतिबंधों को हटाने के लिए जनता और विपक्ष का दबाव बढ़ रहा था. हाई कोर्ट ने भी सरकार से वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए मुंबई लोकल शुरू करने का निर्देश दिया था. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बड़ा फैसला किया. उन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए 15 अगस्त से मुंबई लोकल में यात्रा की अनुमति दे दी.
इस बारे में जानकारी देने के लिए मुख्यमंत्री ने रविवार रात 8 बजे सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से संवाद साधा. लेकिन इस मौके पर मुख्यमंत्री जब फेसबुक लाइव कर रहे थे उनके पीछे रखे झंडों की वजह से एक नया विवाद शुरू हो गया है. पुणे के एक वरिष्ठ वकील असीम सरोदे ने इस बारे में एक पोस्ट किया है, जो चर्चा में है.
वरिष्ठ वकील असीम सरोदे ने मुख्यमंत्री के कल के लाइव भाषण का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए यह दावा किया है कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रध्वज के संदर्भ में नियमों का उल्लंघन किया है. उन्होंने लिखा, “भारत के तिरंगा से ऊपर या बराबरी में कोई और झंडा ना हो, इस सरल नियम का मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पालन करें, यह उनसे विनती है.”

आगे इस पोस्ट में सरोदे ने मुख्यमंत्री पद पर बैठने वाले किसी भी व्यक्ति को किसी और झंडा के साथ ना बैठने की भी हिदायत दी है. ताने देते हुए सरोदे ने लिखा है कि भारतीय लोकतंत्र का यह दुर्भाग्य है कि आज अपने देश में राष्ट्रध्वज सिर्फ 15 अगस्त और 26 जनवरी को उत्सव के रूप में उपलब्ध होने तक ही सीमित रह गया है. कई लोगों के लिए उनकी राजनीतिक पार्टियों के झंडे और मजहब से जुड़े झंडे अहम हो गए हैं.
इस देश को अखंड वही भारतीय रख सकते हैं जिनके लिए तिरंगा से महत्वपूर्ण कोई और झंडा नहीं है. भारत का लोकतंत्र आज ऐसे ही नागरिकों और नेताओं की खोज में है. सरोदे ने अपील की है कि भारतीय ध्वज संहिता (Indian Flag Code) सबको पढ़ना चाहिए और इससे जुड़े नियमों की जानकारी हासिल करनी चाहिए.

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