पुणे/दि.१७ – पुणे शहर में आनेवाले पिंपरी चिंवड के एक अस्पताल में नवजात शिशुओं की अदला बदली किए जाने का मामला सामने आया है. जिसके बाद परिजनों ने नवजात बच्चे के अदली बदली को लेकर अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है. जबकि अस्पताल प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. यहां मिली जानकारी के अनुसार विगत ११ अगस्त की रात को डीवाई पाटिल अस्पताल में रीता जगधने नाम की महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था. उस समय अस्पताल में रीता की मां हीराबाई भी मौजूद थी. अस्पताल की नर्स ने उन्हें बताया कि आपकी बेटी ने एक बेटे को जन्म दिया है. नर्स ने हीराबाई को यह भी कहा कि बच्चे को कुछ दिन ग्लास में रखना होगा. उसके बाद हीराबाई दस्तावेजों पर अंगूठा लगाकर वापस आ गई. १५ अगस्त को जब बच्चा परिवार को सौंपा गया तब परिवार काफी खुश था लेकिन थोडी ही देर में यह खुशी गायब हो गई पता चला कि बेटा की जगह बेटी सौंप दी गई है. जिसके बाद हीराबाई ने तुरंत इस बात की खबर अस्पताल प्रशासन को दी और उनसे पूछा तब अस्पताल ने उन्हें गलत साबित करना शुरू कर दिया. अस्पताल के हर पेपर पर लडकी पैदा हुई है यह बताया गया. जन्म प्रमाण पत्र में भी लडकी पैदा होने का जिक्र किया गया. पीडित परिवार ने इस दुखद घटना पर मीडिया के सामने आकर मदद की गुहार लगाई. जिसके बाद मामले के अस्पताल प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा कि उनके ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह पूरी तरह से गलत है और अस्पताल में रीता को लडकी की पैदा हुई थी. जो बर्थ सर्टिफिकेट नगर निगम द्वारा दिया गया है. उसमें लडकी पैदा होने का जिक्र है और उस पर अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है.