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चोरमले व ठाकरे नहीं आ रहे अमरावती

दोबारा तबादले के खिलाफ पहुंचे थे मैट, मिला स्टे

* बाहर से अमरावती आये 4 पीआई भी शहर में ही बने रहेंगे
अमरावती /दि.7- आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश पर स्थलांतरित किये गये 130 में से 65 पुलिस निरीक्षकों के तबादले पर महाराष्ट्र सेवा लवाद द्वारा रोक लगाते हुए उन्हें उनकी पुरानी नियुक्ति वाले स्थान पर भेजने का आदेश जारी किया गया था. ऐसे में इन अधिकारियों को नई नियुक्तिवाले स्थान से कार्यमुक्त कर पुराने नियुक्ति वाले स्थान पर भेजे जाने की प्रक्रिया शुरु की गई थी. परंतु महज एक माह के भीतर दूसरी बार तबादले को खुद के लिए असुविधापूर्ण व अन्यायकारक बताते हुए कई पुलिस अधिकारी दोबारा मैट की शरण में पहुंचे और उन्होंने विगत 4 मार्च को मैट द्वारा जारी आदेश के खिलाफ स्थगनादेश प्राप्त करते हुए खुद पर दूसरी बार लादे जा रहे तबादले को खारिज करवाया. ऐसा करने वाले पुलिस निरीक्षकों में अमरावती से तबादले पर नागपुर भेजे गये पीआई मनीष ठाकरे व पीआई आसाराम चोरमले का समावेश है. जिन्होंने फिलहाल नागपुर में ही बने रहने में रुची दिखाई है और 4 मार्च को जारी तबादले के आदेश पर स्टे ऑर्डर प्राप्त करते हुए एक माह के भीतर किये गये अपने इस दूसरे तबादले को खारिज करवा दिया. जिसका सीधा मतलब यह है कि, पीआई आसाराम चोरमले व पीआई मनीष ठाकरे फिलहाल अमरावती नहीं आ रहे. वहीं अमरावती से नागपुर भेेजे गये पीआई राहुल आठवले व छ. संभाजी नगर भेजी गई पीआई रेखा लोंधे एक बार फिर अमरावती वापिस लौट रहे है.

नागपुर से अमरावती आये 4 पीआई ने भी खारिज करवाया अपना तबादला
* शहर पुलिस में बने रहेंगे उरलागोंडावार, बनसोड, गिरमे व कोटनाके
बता दें कि, आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य के गृह विभाग ने राज्य में कई पीआई, एपीआई व पीएसआई स्तर के पुलिस अधिकारियों के तबादले किये थे. जिनमें से 45 पीआई ने महाराष्ट्र सेवा लवाद प्राधिकरण में जाकर अपने तबादलों को चुनौती दी थी. जिसके चलते मैट ने 65 पीआई के तबादलों को रद्द करते हुए उन्हें उनके पिछली नियुक्ति वाले स्थान पर दुबारा भेजने का आदेश जारी किया था. परंतु इस आदेश के खिलाफ नागपुर से अमरावती भेजे गये 6 में से 4 पीआई ने नागपुर मैट में गुहार लगाई और महज एक माह के भीतर लगातार दूसरी बार अपने तबादले को खुद के लिए अन्यायकारक बताया. इन 4 पीआई द्वारा की गई अपील पर सुनवाई करते हुए नागपुर मैट ने उनके दुबारा तबादले को गैर कानूनी बताते हुए उन्हें उनके मौजूदा नियुक्ति वाले स्थान पर ही कायम रखने का आदेश जारी किया है. जिसके चलते नागपुर से अमरावती आये वे चारों पीआई अब अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में ही बने रहेंगे. इन चारों पीआई ने फ्रेजरपुरा के थानेदार पीआई मनीष बनसोड, गाडगे नगर के थानेदार पीआई हनुमंत गिरमे, सिटी कोतवाली के थानेदार पीआई मनोहर कोटनाके तथा नागपुरी गेट के थानेदार पीआई हनुमंत उरलागोंडावार का समावेश है.

* क्या है तबादलों का पूरा मामला?
ज्ञात रहे कि, आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने निर्देश जारी किये थे कि, जिन पुलिस अधिकारियों का विगत 4 साल के दौरान एक ही स्थान पर 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है अथवा जिनकी नियुक्ति उनके गृह जिलों में है, ऐसे पुलिस अधिकारियों का अन्य जिलों में तबादला कर दिया जाये. जिसके चलते अमरावती के 8 पीआई, 1 एपीआई व 18 पीएसआई का तबादला अन्य जिलों में हुआ था. वहीं उनके स्थान पर दूसरे जिलों से इतने ही पुलिस अधिकारियों को अमरावती भेजा गया था. लेकिन इसी बीच राज्य में इधर से उधर किये गये 130 पीआई में से 45 पीआई ने अपने तबादले को गलत बताते हुए मैट में गुहार लगाई. जिसके बाद मैट ने सभी तबादलों की समीक्षा करते हुए 65 पीआई के तबादलों पर रोक लगा दी और उन्हें उनकी पुरानी नियुक्ति वाले स्थान पर भेजने की बात कही. जिसके चलते अमरावती से बाहर भेजे गये पीआई में से 4 पीआई की वापसी की संभावना बन गई. साथ ही बाहर से अमरावती भेजे गये आठों पीआई को वापिस उनके पुरानी नियुक्ति वाले स्थान पर भेजे जाने के आदेश जारी हुए. जिसके चलते बाहर से आये 8 पीआई में से 4 पीआई को अपनी-अपनी पुरानी नियुक्ति वाले स्थान पर जाने के लिए तैयार हो गई. वहीं शेष 4 पीआई ने एक माह के भीतर किये गये अपने इस दूसरे तबादले को नागपुर मैट में चुनौती दी और नागपुर मैट ने उनके दावे को सही पाते हुए उनके दुबारा तबादले को गैर कानूनी बताकर खारिज कर दिया. जिसके चलते वे चारों पीआई अब अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में ही बने रहेंगे. उधर अमरावती से बाहर भेजे गये 4 पीआई में से 2 पीआई ने अपने दुबारा तबादले को खारिज करवाया है तथा दो पीआई बाहर से वापिस अमरावती लौट रहे है.

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