जून माह में घोषित होगा कक्षा 10 वीं का परिणाम
राज्य शिक्षा विभाग ने लिया बडा व महत्वपूर्ण फैसला
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9 वीं व 10 वीं के प्रदर्शन के आधार पर होगा मूल्यांकन
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कक्षा 11 वीं की प्रवेश प्रक्रिया भी हुई तय
मुंबई/दि.28 – राज्य शिक्षा मंडल अंतर्गत तय किये गये पाठ्यक्रम के तहत कक्षा 10 वीं में पढनेवाले विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को लेकर राज्य सरकार द्वारा गुरूवार को एक बडा व महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. आगामी जून माह के दौरान कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जायेगा. साथ ही कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों को उत्तीर्ण करने हेतु उनके द्वारा कक्षा 10 वीं के पाठ्यक्रम पर ली गई लिखीत परीक्षा हेतु 30 अंक, अब तक किये गये स्वाध्याय व मौखिक परीक्षा हेतु 20 अंक के आधार पर मूल्यांकन किया जायेगा. साथ ही कक्षा 9 वीं के परीक्षा परिणाम में विद्यार्थियों द्वारा हासिल अंकों में से 50 फीसदी अंक ग्राह्य माने जायेगे. जिसके आधार पर इस वर्ष उनका कक्षा 10 वीं का परीक्षा परिणाम तय किया जायेगा.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए राज्य की शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि, विगत शैक्षणिक वर्ष 2019-2020 में कोविड संक्रमण नहीं था और उस समय कक्षा 9 वीं में पढनेवाले विद्यार्थियों ने बेहद सामान्य हालात के बीच अपनी वार्षिक परीक्षा दी थी. ऐसे में गत वर्ष कक्षा 9 वीं में विद्यार्थियों द्वारा हासिल किये गये अंकों में से 50 फीसदी अंकों को जारी वर्ष कक्षा 10 वीं के परीक्षा परिणाम हेतु ग्राह्य माना जायेगा. इसके अलावा जारी वर्ष में पूरा सालभर कोविड संक्रमण के चलते कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों की पढाई ऑनलाईन तरीके से चलती रही और शालाओं द्वारा सालभर के दौरान लिखित परीक्षाएं भी ली गयी. ऐसे में कक्षा 10 वीं के पाठ्यक्रम पर आधारित लिखित परीक्षा हेतु 30 अंक तथा अब तक किये गये स्वाध्याय एवं मौखिक परीक्षा के लिए 20 अंक को आधार बनाया गया है. इन 100 अंकों में से विद्यार्थियों के जितने अंक बनेंगे, उस आधार पर मूल्यांकन करते हुए विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तय किया जायेगा.
इसके साथ ही शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने बताया कि, यद्यपि कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग द्वारा तय फार्म्यूले के आधार पर उत्तीर्ण किया जायेगा, किंतु यदि विद्यार्थी इससे समाधानी व खुश नहीं है, तो वे अपने पसंदीदा पाठ्यक्रम के लिए कक्षा 11 वीं में प्रवेश हेतु सामाईक परीक्षा यानी सीईटी दे सकेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, कक्षा 11 वीं में प्रवेश हेतु सीईटी देनेवाले विद्यार्थियों को कक्षा 11 वीं में प्रवेश के लिए पहली प्राथमिकता दी जायेगी. जिसके बाद शेष सीटों पर अंतर्गत मूल्यमापन के जरिये उत्तीर्ण होनेवाले विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जायेगा.
इस हेतु राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 10 वीं की परीक्षा एवं कक्षा 11 वीं में प्रवेश हेतु दो अलग-अलग जीआर लागू किये गये है. जिसके बारे में जानकारी देते हुए शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि, इस संदर्भ में राज्य के कई शिक्षा विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद अंतिम निर्णय लिया गया और अब आगामी जून माह के अंत तक कक्षा 10 वीं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जायेगा. इसके साथ ही कक्षा 11 वीं की प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू हो जायेगी.